हर वर्ष 12 मई को फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती पर अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का आयोजन किया जाता है. यह आयोजन ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे कई देशों में पूरे एक सप्ताह तक मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग परिषद् नर्सिंग व्यवसाय से संबंधित नर्सिंग मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा स्वास्थ्य सेवा में अपने योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाता है. इस अवसर पर प्रति वर्ष अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग परिषद् एक विषय को अपना मुद्दा बनाता है. वर्ष 2014 के लिए विषय है – ‘नर्स : परिवर्तन का साधन और स्वास्थ्य का स्रोत’.
इस नर्स दिवस को पहली बार अमेरिका स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण विभाग की अधिकारी डोरोथी सदरलैंड ने प्रस्तावित किया था और उनके राष्ट्रपति डी.डी. आइजनहावर ने इसे मान्यता दी और वर्ष 1953 में इसे पहली बार मनाया गया था. अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग परिषद् द्वारा वर्ष 1965 में पहली बार मनाया गया परंतु 1974 में जनवरी के महीने में आधुनिक नर्सिंग की संस्थापिका और विश्व युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करनेवाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के उपलक्ष्य में 12 मई को मनाया जाने लगा था. प्रति वर्ष इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग परिषद् द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस किट वितरित किए जाते हैं.
ब्रिटिश सार्वजनिक सेक्टर यूनियन ने 1999 में इस दिवस को राष्ट्रीय छात्र नर्स दिवस अर्थात 8 मई के दिन मनाने का सुझाव दिया. इस सुझावानुसार 8 मई, 1998 से इसे हर वर्ष 8 मई को मनाया जा रहा है. इसके बाद वर्ष 2003 से इसे हर वर्ष राष्ट्रीय नर्स सप्ताह के रूप में 6 मई से 12 मई तक मनाया जाने लगा.
आधुनिक नर्सिंग की दार्शनिक तथा प्रवर्त्तक के रूप में विख्यात फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था. आपने 1850 के दशक के दौरान क्रीमियन युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की निस्वार्थ भाव से सेवा की. इसी कारणवश आप समस्त विश्व एक महत्वपूर्ण हस्ती के रूप में जानी जाने लगीं.
वर्ष 1860 में मानवजाति की सेवा हेतु लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में फ्लोरेंस नाइटिंगेल स्कूल ऑफ नर्सिंग की स्थापना कर हज़ारों मरीज़ों की निस्वार्थ भाव से सेवा की.
अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग परिषद् द्वारा इस कार्यक्रम को भव्य रूप से मनाने का मुख्य कारण है – लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सों के योगदान को और नर्सिंग सेवाओं में स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित नवाचारों की अधुनातन जानकारी देना.