हैदराबाद विश्वविद्यालय, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग ने दि. 21 जून, 2017 को नए खेल काँप्लेक्स में तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया. प्रो. बी.पी. संजय, सम-कुलपति ने मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह में भाग लिया. प्रो. संजय ने कहा कि स्वास्थ्य और जीवन-शक्ति के लिए योग को अपनाना चाहिए. आपने इस बात पर भी बल दिया कि योग को नियमित अध्ययन में स्थान मिलना चाहिए.
विश्वविद्यालय में शारीरिक शिक्षा के पूर्व निदेशक एवं योग विशेषज्ञ डॉ. वी.वी.बी.एन. राव ने भी योग के महत्व के बारे में बात की. आपने कहा कि योग करने से मन, शरीर एवं आत्मा पर नियंत्रण पाया जा सकता है. इससे तनाव कम होता है और शांति की अनुभूति होती है. योग से श्वसन और ऊर्जा पर भी सकारात्मक प्रभाव दिखाई देता है. डॉ. राव ने जीवन में अष्टांग योग के महत्व पर भी प्रकाश डाला. छात्र कल्याण के डीन प्रो. प्रकाश बाबू ने भी रोजमर्रा की जिंदगी में योग की अहमियत के बारे में बात की.
योग एवं संस्कृति फेडरेशन की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के स्वर्ण-पदक विजेताओं को योग प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया था. है.वि.वि. के छात्रों ने भी इनका साथ दिया. सुश्री नेहा के भरतनाट्यम नृत्य को सभी ने बहुत सराहा. वि.वि. के छात्रों ने विष्ण स्तुति कुचिपुडि नृत्य प्रस्तुत किया.
इस अवसर पर ‘स्वास्थ प्रबंधन में योग की प्रासंगिकता’ विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता और योगासन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था. सभी विजेताओं को पुरस्कार और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए.
लगभग 100 शिक्षक, छात्र एवं कर्मचारियों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लेकर इसे सफल बनाया.