सीडीएफडी में एक विशेष प्रयोगशाला में है.वि.वि. द्वारा जाँच की जाएगी

कोविड-19 की जाँच क्षमता को बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के अधीन मंत्रालयों के शोध संस्थानों और प्रयोगशालाओं, विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएसईआर और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा जाँच केंद्रों की स्थापना की गई है. इसी क्रम में जैवप्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), भारत सरकार द्वारा पहचान किए गए सिटी क्लस्टर्स के अधीन हैदराबाद विश्वविद्यालय को कोविड-19 का जाँच केंद्र बनाया गया है. हैदराबाद के क्लस्टर्स में है.वि.वि. के अलावा सीडीएफडी (सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स; सीएसआईआर-सीसीएमबी (सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेलुलर एंड मोलिक्युलर बायोलॉजी; एनआईएबी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी; सीएसआईआर-आईआईसीटी (सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी भी शामिल हैं. हैदराबाद के लिए समन्वयक संस्थानसीएसआईआर-सीसीएमबी है.

सिटी/क्षेत्रीय क्लस्टर्स के जाँच केंद्र संबंधितशहर और राज्य में कोविड-19 के नमूनों की जाँच करेंगे. जिन संस्थानों और प्रयोगशालाओं के पास नमूना संकलन, उनपर प्रक्रिया करने की सुविधा (बीएसएल-2 सुविधा) और जाँच (आरटी-पीसीआर) की क्षमता और विशेषज्ञता है, वे हब की तरह काम करेंगे और उनके अधीन आरटी-पीसीआर मशीन युक्त कई प्रयोगशालाएँ और जाँच सुविधाओं के लिए आवश्यक कर्मचारी होंगे. ये हबआईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार संबंधित मंत्रालयों/विभागों (डीबीटी, डीएसटी, सीएसआईआर, डीएई, डीआरडीओ, आईसीएआर आदि) द्वारा अनुमोदित सरकारी प्रयोगशालाएँ होती हैं.

है.वि.वि. शीघ्र ही डाटा प्रविष्टि, नमूनों की छँटाई और अन्य जाँच प्रयोगशालाओं से समन्वय के लिए 15 तकनीकी कर्मियों की पहचान करेगा. जैसे ही हैदराबाद के समन्वयक संस्थान द्वारा आईसीएमआर अनुमोदित जाँच किट्स और आवश्यक रिएजंट उपलब्ध करवाए जाएँगे, यह केंद्र जाँच के लिए तैयार हो जाएगा. है.वि.वि. में ये जाँच सीडीएफडी में एक विशेष बीएसएल-2 प्रयोगशाला में की जाएँगी. स्वयंसेवकों को जाँच का काम आरंभ करने से पूर्व सीसीएमबी में 1½ दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें आरएनए आइसोलेशन और क्यूपीसीआर करने संबंधी प्रशिक्षण शामिल है. जो व्यक्ति सीडीएफडी में जाँच के कार्य करने के इच्छुक हों, उनका समन्वय है.वि.वि. के जीव विज्ञान संकाय द्वारा किया जाएगा. इन व्यक्तियों के लिए विश्वविद्यालय यातायात की सुविधा प्रदान करेगा.

है.वि.वि. के कुलपति महोदय प्रो. अप्पा राव पोदिले ने कहा, “मुझे खुशी है कि है.वि.वि. को जाँच केंद्र बनाया गया है. यह शिक्षा और शोध में अगुआ विश्वविद्यालय है और हमारे पास इन जाँच को करने के लिए आवश्यक सुविधाएँ और कर्मी हैं. हमारा विश्वविद्यालय सीडीएफडी के साथ दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड-19 की जाँच करने के लिए तैयार हैं. इस मुश्किल समय में देश के काम आना हमारे लिए बहुत सौभाग्य की बात है.”