हैदराबाद विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के संकाय सदस्य डॉ. रामदास रूपावत की ‘Democracy, Development and Tribes in India Reality & Rhetoric’ नामक पुस्तक ज्ञान पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गई है. यह पुस्तक दो खंडों में प्रकाशित हुई है. पहला खंड 2015 में आया था और अब दूसरा खंड 2023 में छपा है.
पुस्तक के बारे में:
यह पुस्तक भारत के अलग-अलग राज्यों के विभिन्न मुद्दों का एक साथ अनुशीलन करती है. भारत की जनजातियाँ एक बड़े, क्षेत्रीय और वैश्वीकृत विश्व में अभावग्रस्त समुदाय का प्रतिनिधित्व करती हैं.
इस पुस्तक का उद्देश्य जनजातीय संदर्भ में लोकतंत्र और विकास की अवधारणा को प्रस्तुत करना है. पुस्तक का यह खंड मूल रूप से समकालीन जनजातीय समाज को केंद्र में रखता है, जिन्हें उन ऐतिहासिक प्रक्रियाओं की बुनियादी समझ की आवश्यकता होती है, जो जनजातियों के आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, वैचारिक और राजनीतिक जीवन में क्रमिक परिवर्तनों को निर्धारित करती हैं.
निश्चित रूप से यह पुस्तक लोकतंत्र और विकास अध्ययन, राजनीति विज्ञान, मानवविज्ञान आदि के छात्रों और विद्वानों के लिए लाभकर सिद्ध होगी.
https://www.abebooks.com/9788121212991/Democracy-Development-Tribes-India-Reality-8121212995/plp
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