देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में है.वि.वि.

वर्ष 2018 के लिए वीक-हंसा द्वारा किए गए रिसर्च रैंकिंग सर्वे के अनुसार है.वि.वि. देश में चौथे और दक्षिण में प्रथम स्थान पर है.

उक्त सर्वेक्षण में राज्य, केंद्रीय, निजी और सम-विश्वविद्यालय शामिल हैं.

रैंकिंग प्रदान करने के लिए विचारार्थ कई मानदंडों में ‘आयु और मान्यता, अकादमिक कार्यक्रम, मूलभूत और अन्य सुविधाएँ, बौद्धिक संसाधन, अनुसंधान, छात्र गुणवत्ता, पूर्व-छात्रों एवं उद्योग उन्मुखता और नियोजन’ इत्यादि उल्लेखनीय हैं.

है.वि.वि. ने देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है. वर्ष 2018 के लिए हंसा-वीक द्वारा किए गए अनुसंधान सर्वेक्षण ने है.वि.वि को चौथा स्थान दिया है. है.वि.वि. ने 2017 में प्राप्त अपने चौथे स्थान को बनाए रखा है तथा वह देश के शीर्ष 75 बहुविषयपरक राज्य, केंद्रीय, निजी और सम-विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त हैदराबाद के दो विश्वविद्यालयों में से एक है.

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जे.एन.यू.), दिल्ली विश्वविद्यालय और काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू.) क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.

है.वि.वि. दक्षिण के बहुविषयपरक शीर्ष विश्वविद्यालयों में से पहले स्थान पर है.

है.वि.वि. के कुलपति प्रोफेसर अप्पा राव पोदिले ने कहा, “हमें प्रसन्नता है कि हमारा वि.वि. देश के शीर्ष पाँच विश्वविद्यालयों में से एक है और यह केवल हमारे शिक्षकों, छात्रों, पूर्व छात्रों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के प्रयासों के कारण संभव हुआ है. हम देश में अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उत्सुकता से काम कर रहे हैं. शिक्षकों में गुणवत्तापरक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने और हमारे छात्रों में नवाचार एवं विश्लेषणात्मक चिंतन पर जोर देने का हमारा निरंतर प्रयास रहा है. शिक्षण, अनुसंधान और मूल्यांकन की गुणवत्ता पर चर्चा करने के लिए शैक्षणिक परिषद की विशेष बैठकें आयोजित की जा रही हैं, जो वर्तमान स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा लिए गए कदमों में से एक है.” आगे उन्होंने कहा कि हम न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में स्थान प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं.

वीक-हंसा रिसर्च बेस्ट यूनिवर्सिटी सर्वे-2018 भारत में 500 से अधिक अग्रणी विश्वविद्यालयों से वास्तविक जानकारी एकत्र करके संपन्न किया गया था. वास्तविक स्कोर की गणना के लिए आयु और मान्यता, मूलभूत -सुविधाएँ और अन्य सुविधाएँ, शैक्षणिक कार्यक्रम, बौद्धिक संसाधन, अनुसंधान, छात्र- गुणवत्ता, पूर्व-छात्रों और उद्योग संबंध और नियोजन सहित विभिन्न मानकों का उपयोग किया गया तथा प्रत्येक विश्वविद्यालय के लिए अंतिम रैंक निर्धारित करने के लिए अवधारणात्मक और वास्तविक स्कोर को जोड़कर समग्र स्कोर प्राप्त किया गया.

सर्वे का समग्र परिणाम 27 मई, 2018 की वीक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.