अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर प्रमोद के. नायर ने हाल ही में ‘लिबरल आर्ट्स एंड द पब्लिक गुड: द ह्यूमैनिटीज एंड द यूनिवर्सिटी’ शीर्षक की पुस्तक प्रकाशित की है. आपकी दो पाठ्य पुस्तकों को प्रकाशित करनेवाली विवा द्वारा प्रकाशित यह खंड पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न मंचों पर प्रकाशित निबंधों का संकलन है. ये निबंध कई विषयों से संबंधित हैं, जिनमें शिक्षा नीति; कक्षा और शिक्षाशास्त्र; साहित्य; सौंदर्यशास्त्र और मानविकी. इन विषयों में विश्वविद्यालय रैंकिंग, सार्वजनिक विश्वविद्यालय और जवाबदेही;  सार्वजनिक विश्वविद्यालयों पर नवउदारवादी प्रभाव; डिजिटल शिक्षाशास्त्र; शैक्षणिक स्वतंत्रता और उद्यमशीलता; ‘विश्व स्तरीय’ विश्वविद्यालय; साहित्य अध्ययन; कविता; मानविकी का ‘मूल्य’ व अन्य शामिल हैं.

प्रमोद के. नायर

अधिक सूचना के लिए: https://www.vivabooksindia.com/book/liberal-arts-and-the-public-good

प्रमोद के. नायर अंग्रेजी विभाग में वल्नरेबिलिटी स्टडीज़ के यूनेस्को चेयर हैं. आपकी पिछली प्रकाशित पुस्तक हैं, The Raj: A Journey through Ten Documents (ब्लूम्सबरी 2023) और Nuclear Cultures (न्यू यॉर्क रूटलेज, 2023).