अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौेद्योगिकी, एशिया और पसिफ़िक शिक्षा केन्द्र में प्रतिष्ठित आचार्य के रूप में सुशोभित डॉ.पी.सी. जोशी ने 31 जुलाई, 2013 को हैदराबाद विश्वविद्यालय में भारत में सौटेलाइट मौसम विज्ञान के बारिकियों की स्थिति नामक विषय पर एक वार्ता पेश की । जिसमें उन्होंने उपग्रहों के प्रक्षेपण में भारत की क्षमता को सराहा है । फिलहाल ही में भारत द्वारा प्रक्षेपित तीन भूस्थिर एवं तीन ध्रुवीय उपग्रह अपने निर्देशानुसार आकड़े भेज रहें हैं । प्रो. जोशी ने पर्याप्त उदाहरणों द्वारा वायुमंडलीय और मौसम विज्ञान से जुडी पेचीदगियों को सुधारे जाने की स्थितियों पर विस्तार से चर्चा की । तदोपरान्त भारत द्वारा हाल ही में पक्षेपित इनसौट-3 डी भू-स्थिर उपग्रह के उद्देशों तथा अनुप्रयोगों पर ओज पूर्ण प्रदर्शन दिया ।
आगे डॉ. जोशी ने दुनिया भर में मौसम संबंधी शास्त्र की आवश्यकताओं तथा उपग्रहों की भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की निगरानी व नियंत्रण से किस प्रकार जीव एवं संपत्ति की हानि को किस प्रकार कम किया गया आँकडो व प्रदर्शन के साथ प्रस्तुत किया है । उपग्रह आकड़ों की सहायता से कैसे भविष्यवाणी की जा सकती है आदि विषयों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन दिया ।
हैदराबाद विश्वविद्यालय पृथ्वी एवं अंतरिक्ष विज्ञान अध्ययन केन्द्र के निदेशक डॉ. चक्रवर्ती ने वक्ता का परिचय दिया तथा वार्ता का संचालन भी किया था ।