हैदराबाद विश्वविद्यालय के सिस्टम प्रबंधक ई.ए. विनोद कुमार, ने हैदराबाद विश्वविद्यालय, प्रबंधन अध्ययन संकाय के प्रोफेसर वी. वेंकट रमण के निर्देशन में The Impact of Electronic Customer Relationship Management (e-CRM) on Customer Satisfaction: A study of High Performance Computing Facility (HPCF) पर अपनी पीएच.डी. की उपाधि हासिल की.
आपके अनुसंधान का मुख्य उद्देश्य है ग्राहकों की संतुष्टि पर इलेक्ट्रॉनिक ग्राहक संबंध प्रबंधन के प्रभाव की जाँच करना. इसके फलस्वरूप कंप्यूटिंग सुविधाओं के उपयोग में कई गुना वृद्धि होगी. निष्पादन कम्प्यूटिंग के ज़रिए सुपरकंप्यूटिंग सुविधाओं का प्रबंधन और ग्राहकों (उपयोगकर्ता) को संतुष्ट करना बहुत मुश्किल कार्य था.
एचपीसी सिस्टम के सबसे अधिक उपयोगकर्ताओं में वैज्ञानिक शोधकर्ता, इंजीनियर और शैक्षणिक संस्थान ही रहे हैं. सरकारी एजेंसियाँ विशेष रूप से सेना भी जटिल अनुप्रयोगों के लिए एचपीसी पर भरोसा करती है. सभी उच्च निष्पादन कंप्यूटिंग सुविधाओं का उद्देश्य है अपने उपयोगकर्ताओं (ग्राहकों) को अच्छी से अच्छी सुविधाओं को प्रदान कर उनके संबंधों को शाश्वत बनाना.
विनोद कुमार ने जेएनटीयू, हैदराबाद से 1979 में बीटेक (ईसीई) और 1992 में एमबीए किया था. आप रक्षा उद्योग और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संगठनों में लगभग 9 साल तक कार्य करने के बाद 1989 से सिस्टम प्रबंधक के रूप में विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर केन्द्र में कार्य करने लगे. गणित और सूचना विज्ञान संकाय से जुड़े कम्प्यूटर केन्द्र में आपने प्रशासन और शैक्षणिक विभागों से जुड़े अनेक कार्यों में नई प्रणालियाँ स्थापित करने में योगदान किया. जैसे – शिक्षकों, अधिकारियों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए पहचान पत्रों को व्यवस्थित बनाना, वेतन रोल, पूर्व मुद्रित पे-स्लिप, वित्तीय रिपोर्ट, पूर्व मुद्रित समेकित मार्क्स मेमो और छात्रों के लिए एक ऐसा अद्वितीय आईडी बनाया जिसके द्वारा छात्रों की समग्र जानकारी जान सकें. विश्वविद्यालय से सभी संकायों और कार्यालयों को फाइबर नेटवर्क की नई प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ने में विशेष कार्य किया. विश्वविद्यालय की वेबसाइट (डोमेन नाम: uohyd.ernet.in) विकसित की है, ईमेल सर्वर स्थापित किया है और सभी उपयोगकर्ताओं के लिए मेल खाते प्रदान करने में भी विशेष योगदान किया. मॉडलिंग, सिमुलेशन और डिजाइन केंद्र में उच्च अंत कम्प्यूटेशनल लैब को स्थापित करने वाले दल में आपने भी मुख्य भूमिका निभाई. फिलहाल विश्वविद्यालय परिसर में एनकेएन द्वारा प्रयोग किए जा रहे ई.आर.नेट बैकबोन नेटवर्क की डिजाइनिंग में भी आप शामिल थे. इसके अतिरिक्त आप मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) और अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (EFLU) में आयोजित कैम्पस नेटवर्क डिजाइनिंग के लिए गठित विशेषज्ञ समिति के भी सदस्य थे.
विनोद कुमार नियमित रूप से बी.टेक. / डी.सी.ए. / एम.सी.ए. / एम.टेक. के छात्रों को पढ़ाते हैं. 1989-1992 के दौरान आयोजित विभिन्न परियोजनाओं का निर्देशन भी किया. अध्यापन के दौरान आपके मन में पीएच.डी. करने के इच्छा जागी उसी इच्छा की पूर्ति के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद प्रबंधन अध्ययन संकाय में पीएच.डी. के लिए दाखिला लिया.