आज दि. 14 सितंबर, 2020 को हैदराबाद विश्वविद्यालय में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया. हिंदी पखवाड़े के समापन के अवसर पर यह ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया. ज्ञातव्य हो कि कोविड-19 के कारण उपजी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को देखते हुए इस वर्ष सभी कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएँ ऑनलाइन ही आयोजित की गईं.

आज के इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल आमंत्रित थे. कार्यक्रम का आरंभ हिंदी अधिकारी श्रीमती श्री ज्ञानमोटे ने स्वागत भाषण से की. इसके बाद हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. सच्चिदानंद चतुर्वेदी जी ने सभी को संबोधित किया. उन्होंने प्रो. शुक्ल का स्वागत किया. तदुपरांत विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री. पी. सरदार सिंह ने विश्वविद्यालय द्वारा पिछले कुछ दिनों में आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हिंदी आशुभाषण, काव्यपाठ एवं कथावाचन प्रतियोगिताओं का आयोजन हिंदी और हिंदीतर भाषियों के लिए अलग-अलग किया गया. आपने आज के मुख्य अतिथि को हैदराबाद विश्वविद्यालय से जुड़ने के लिए विशेष धन्यवाद दिया.

इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति महोदय प्रो. पी. अप्पा राव ने प्रतियोगिताओँ के प्रतिभागियों और विजेताओं का अभिनंदन करते हुए उन्हें दैनिक कार्यालयी कामकाज में हिंदी को अपनाने की सलाह दी.

प्रो. शुक्ल ने ‘दक्षिण भारत का हिंदी की श्रीवृद्धि में योगदान’ विषय पर सारगर्भित वक्तव्य प्रस्तुत किया. आपने कहा कि हिंदी को एक सम्यक दृष्टिकोण से देखना चाहिए, क्योंकि यह हम सब की भाषा है. अपनी भाषा को लेकर हमें भविष्योन्मुख होना चाहिए. उन्होंने कहा कि 14 सितंबर को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मनाना अधिक समीचीन होगा.

इस ऑनलाइन कार्यक्रम में अनेक शिक्षक, छात्र एवं अन्य अतिथि शामिल हुए.