हैदराबाद विश्वविद्यालय के संचार विभाग की वरिष्ठ सदस्य, प्रोफेसर उषा रामन को आईएएमसीआर (दि इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर मीडिया एंड कम्यूनिकेशन रिसर्च) के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है. विश्व भर के 2,700 सदस्यों की वोटिंग के आधार पर आपको चार वर्ष (2020-2024) की अवधि के लिए इस पद के लिए चयनित किया गया है. 17 जुलाई, 2020 की जनरल असेंब्ली से वे इस पद पर कार्य करना आरंभ करेंगी.
प्रो. उषा रामन हैदराबाद विश्वविद्यालय के संचार विभाग की संकाय सदस्य हैं. वर्ष 2010 में शैक्षिक क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले वे लगभग 3 दशकों तक फ्रीलांस जर्नलिस्ट और स्वास्थ कम्यूनिकेटर रहीं. आपने प्रमुख समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और स्त्री संबंधी मुद्दों पर अपने लेख प्रकाशित किए हैं. वे भारत के सबसे बड़े दैनिक पत्र ‘दि हिंदू’ के लिए एक स्तंभ लिखती हैं और स्कूली शिक्षकों के लिए मासिक पत्र ‘टीचर प्लस’ का संपादन भी करती हैं. उषा जी ने यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया, एथेन्स, जॉर्जिया, यूएसए से 1996 में जन संचार में अपनी डॉक्टरेट प्राप्त की. आपको विज्ञान का सांस्कृतिक अध्ययन, स्वास्थ्य संचार, स्त्रीवादी मीडिया अध्ययन तथा डिजीटल मीडिया का सामाजिक, सांस्कृतिक प्रभाव आदि विषयों में शोध की रुचि है. विश्वविद्यालय में वे बुनियादी और उन्नत लेखन, डिजीटल मीडिया और साइबर कल्चर तथा स्वास्थ्य संचार जैसे पाठ्यक्रम पढ़ाती हैं. आपने भारतीय जन स्वास्थ्य संस्थान, हैदराबाद; यूनिसेफ (भारत) और दि जॉर्ज इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ (भारत) और एमआईटी जैसी संस्थाओं के लिए स्वास्थ्य संवर्धन और व्यवहार परिवर्तन संचार संबंधी कई परियोजनाओं पर काम किया है.
आईएएमसीआर यूएसए में स्थित मीडिया और संचार शोधकर्ताओं का एक वैश्विक व्यावसायिक संघ है. इसमें कई लोग स्वेच्छा से योगदान करते हैं – जिनमें 2,700 से भी अधिक सक्रिय सदस्य, 80 सेक्शन और वर्किंग ग्रुप चेयर्स और उनके सहायक, अंतर्राष्ट्रीय परिषद के 30 सदस्य, पाँच सदस्यीय कार्यकारी मंडल, विभिन्न समितियों और टास्क फोर्स के कई सदस्य शामिल हैं.