हैदराबाद विश्वविद्यालय (यूओएच) के दल ने आरबीआई नीति चुनौती 2018 के फाइनल में दूसरा पुरस्कार जीता है. छात्रों को ‘Normalization in Advanced economies: Implications for India’ विषय दिया गया. अर्थशास्त्र संकाय, है.वि.वि. के एम.ए. के दूसरे वर्ष के छात्र सौम्यजीत राय, अतीश कुमार, प्रवेश कोली, मधुरिमा चंद्रा इस दल में शामिल थे और संकाय सलाहकार प्रोफेसर देबाशीष आचार्य ने मार्गदर्शन प्रदान किया.
छात्रों ने अमर्त्य लाहिरी, निदेशक, सीएएफआरएएल, मुंबई, संजीव सान्याल, मुख्य आर्थिक आर्थिक सलाहकार, भारत सरकार और प्रंजुल भंडारी, मुख्य भारत अर्थशास्त्री, एचएसबीसी की एक प्रतिष्ठित जूरी के सामने एक प्रस्तुति दी. प्रस्तुति के बाद जूरी के प्रश्नों के उत्तर दिए गए. दल को रु.50,000/- रुपये का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्तिपत्र दिया गया. डॉ. विरल वी. आचार्य, उप-गवर्नर, आरबीआई ने टीम को सम्मानित किया.
इससे पहले छात्रों ने आरबीआई पॉलिसी चैलेंज के क्षेत्रीय दौर जीतकर 26 अप्रैल, 2018 को आयोजित इस फाइनल में प्रवेश प्राप्त किया था. क्षेत्रीय दौर का विषय था Assessment of Recent Inflation Expectations Survey of Households and suggesting a suitable policy response. एम.आई डी.एस. के निदेशक प्रोफेसर शशांक भिडे, प्रोफेसर एम. सुरेश बाबू, आई.आई.टी. मद्रास और राधिका मेरविन, द हिंदू बिजनेस लाइन की जूरी के सामने 15 मिनट की प्रस्तुति दल द्वारा दी गई. जूरी ने सौम्यजीत रे, अतीश कुमार, मधुरिमा चंद्रा और प्रवेश सहित टीम को तत्संबंधी सवाल किए गए. टीम के संकाय सलाहकार प्रो. देबाशीष आचार्य थे. दल को रु.15,000/- नकद पुरस्कार और प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया.
यू.ओ.एच. हेराल्ड उनके विजय पर बधाई देता है.