हैदराबाद विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान संकाय के डॉ. वी.एस. अशोक और पी. प्रेम किरण को दि ऑप्टिकल सोसायटी (ओएसए), यूएसए के वरिष्ठ सदस्य के रूप में चुना गया है.
डॉ. वी.एस. अशोक, सह-प्रोफेसर हैं और उनके शोध क्षेत्र इस प्रकार हैं – क्वांटम ऑप्टिक्स एंड क्वांटम इंफर्मेशन, ऑप्टिकल ट्वीज़र्स/रियोलॉजी ऑफ कॉम्प्लेक्स फ्लुइड्स एंड लेज़र कूलिंग. डॉ. पी. प्रेम किरण भी एक सह-प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं, जिनके शोध क्षेत्र हैं – अल्ट्राफास्ट ऑप्टिक्स, लेज़र इंड्यूस्ड एट्मॉस्फेरिक प्लास्मास एंड शॉकवेव्स.

डॉ. वी.एस. अशोक
ओएसए वरिष्ठ सदस्य ऐसे व्यक्ति होते हैं जो अपने क्षेत्र में अनुभव और उबलब्धियों या सेवाओं के लिए जाने जाते हैं, जिससे वे अपने साथियों की अपेक्षा अधिक विशिष्ट होते हैं. वरिष्ठ सदस्यों को कम से कम 10 वर्ष का व्यावसायिक अनुभव होता है और वे ओएसए के सक्रिय निजी सदस्य होते हैं.
दि ऑप्टिकल सोसायटी की स्थापना 1916 में की गई थी, जिसका उद्देश्य था – शुद्ध और अनुप्रयुक्त ऑप्टिक्स का ज्ञान बढ़ाना तथा फैलाना; ऑप्टिकल समस्याओं पर काम करनेवाले शोधकर्ताओं, डिज़ाइनरों और सभी तरह के ऑप्टिकल उपकरणों के प्रयोक्ताओं की साझा रुचियों का प्रसार करना और उनमें सहयोगिता बढ़ाना. सोसायटी का उद्देश्य वैज्ञानिक, तकनीकी और शैक्षिक है.

डॉ. पी. प्रेम किरण
दि ऑप्टिकल सोसायटी ऑप्टिक्स और फोटॉनिक्स के वैज्ञानिकों, इंजीनियर्स, शिक्षकों और बिज़नेस लीडर्स को एक मंच प्रदान करता है. ओएसए में 100 से भी अधिक देशों के 18,000 से अधिक सदस्य हैं. इनमें से करीब 53% सदस्य अमेरिका के बाहर रहनेवाले हैं. ओएसए की सदस्यता और गतिविधियों में ऑप्टिक्स और फोटॉनिक्स में रुचि रखनेवाले वैश्विक समुदाय के वैज्ञानिक, शिक्षक, इंजीनियर्स, तकनीशियन, छात्र और बिज़नेस लीडर्स शामिल हैं. वैश्विक ऑप्टिक्स और फोटॉनिक्स समुदाय, जो विशेष रूप से ऐसे देशों में स्थित है जहाँ यह संकल्पना अभी विकसित हो रही है, को अपना समर्थन देने के लिए ओएसए प्रतिबध्द है.
अपने सौ वर्षों से भी लंबे इतिहास में 31 ओएसए सदस्यों को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान या शरीर क्रिया विज्ञान/चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
https://www.osa.org/en-us/membership/distinguished_honorary/senior/2020_osa_senior_members/