हैदराबाद विश्वविद्यालय, भारत का एक प्रतिष्ठित संस्थान, अब एक पीएमआरएफ अनुदान संस्थान बन गया है. अपने अनेक वर्ष के उत्कृष्ट कार्य और एनआईआरएफ 2019 के 11वें रैंक के बलबूते पर है.वि.वि. ने यह दर्जा प्राप्त किया है. पीएच.डी. पाठ्यक्रम में प्रवेश के समय प्रतिभाशाली पीएच.डी. शोध-छात्रों को प्रधानमंत्री शोध फेलो (पीएमआरएफ) योजना के अंतर्गत फेलोशिप देने के लिए जिन संस्थानों को चुना गया है, उनमें हैदराबाद विश्वविद्यालय भी एक है.

पीएमआरएफ को प्रति माह ₹70,000/- के स्टाइपेंड के साथ 2 लाख की वार्षिक आकस्मिकता निधि भी मिलती है. पीएमआरएफ सीधे प्रवेश (पीएमआरएफ मई 2020 के अधीन) के लिए आवेदन करने के लिए छात्र को विश्वविद्यालय के नियमित पीएच.डी. पाठ्यक्रम (विज्ञान/इंजीनियरिंग/प्रौद्योगिकी) में प्रवेश पाना होता है. इसके पश्चात भारत सरकार, मा.सं.वि.मं. द्वारा जारी पीएमआरएफ के दिशानिर्देशों के अनुसार संस्थान उन छात्रों को संस्तुत करता है जिनका शैक्षिक रिकॉर्ड उत्कृष्ट हो और जिनमें शोध की क्षमता हो. तथापि फेलोशिप का अंतिम निर्णय विषय संबंधी चयन समिति करती है. फेलोशिप पानेवाले छात्र पीएमआरएफ योजना के नियमों के अधीन होते हैं तथा उनके शोध संबंधी वार्षिक समीक्षा के बाद ही उन्हें निरंतर यह फेलोशिप मिलती है.

वर्तमान चक्र अर्थात् पीएमआरएफ मई 2020 के लिए हैदराबाद विश्वविद्यालय पीएमआरएफ योजना के लिए अपनी ओर से भी फेलोशिप दे सकता है. हैदराबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त सभी योग्य छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रो. अप्पा राव पोदिले, कुलपति महोदय ने कहा, “हैदराबाद विश्वविद्यालय को अपने शोध-छात्रों के लिए अत्यंत प्रतिष्ठित पीएमआरएफ अनुदान संस्थान के रूप में मान्यता देने पर हम मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आभारी हैं. यह विश्वविद्यालय के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है. साथ ही, हमारे छात्रों द्वारा पिछले कई वर्षों में किए गए विशिष्ट शोध को भी इससे मान्यता मिली है. मुझे विश्वास है कि इससे हमारे छात्रों का मनोबल और बढ़ेगा.”

हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा पीएमआरएफ योजना के अंतर्गत जारी फेलोशिप के संबंध में किसी भी स्पष्टीकरण के लिए कृपया प्रो. वी.वी.एस.एस. श्रीकांत (vvsssse@gmail.com) से संपर्क करें.

संस्थानों की सूची यहाँ देखी जा सकती है – https://may2020.pmrf.in/