“युवाओं को रोज़गार निर्माण और व्यावसायिक अवसरों के लिए प्रशिक्षित और प्रेरित किया जाना चाहिए, जिससे वे भारत को प्रशिक्षित मानव संसाधनों का वैश्विक केंद्र बना सकें. समय की माँग है कि हमें युवाशक्ति को सकारात्मक राष्ट्र-निर्माण की गतिविधियों की ओर मोड़ना चाहिए. हमारे देश की 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है, जिन्हें सकारात्मक होना चाहिए, नकारात्मक नहीं. वे निर्माण में सहायक बनें, अवरोध नहीं. मस्तिष्क, विचार एवं कृति की सकारात्मकता ही हमें शक्तिशाली बनाती है. युवाओं को विकास की धारा से जुड़ना चाहिए.”

 

भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री. एम. वेंकय्या नायड़ू ने 6 नवंबर, 2020 को हैदराबाद विश्वविद्यालय में सुविधा केंद्र का उद्घाटन के समय ये विचार प्रस्तुत किए.

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए है.वि.वि. के कुलपति प्रो. अप्पा राव पोदिले ने माननीय उपराष्ट्रपति श्री. वेंकय्या नायड़ू और तेलंगाना सरकार के गृह, कारावास और अग्नि सेवाओं के मंत्री श्री. मोहम्मद महमूद अली का हार्दिक स्वागत किया.

अपने संबोधन में प्रो. पोदिले ने कहा, “आज का दिन हमारे लिए विशेष है, क्योंकि आज हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक विशिष्ट भवन का उद्घाटन हुआ है. भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान का दर्जा दिए जाने से पहले ही इस सुविधा केंद्र की योजना हैदराबाद विश्वविद्यालय ने बना ली थी.” उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति न्यायमूर्ति एल. नरसिम्हा रेड्डी; प्रति-कुलपति-2, प्रो. बी. राज शेखर; संकाय के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का भी स्वागत किया.

इस अवसर पर संबोधित करते हुए माननीय उपराष्ट्रपति महोदय श्री. वेंकय्या नायड़ू ने कहा, “सबसे युवा प्रतिष्ठित संस्थान हैदराबाद विश्वविद्यालय के विशाल परिसर में इस सुविधा केंद्र का उद्घाटन करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है. यदि हम सब साथ मिलकर काम करें, अनुशासन का पालन करें, शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर उसके मानकों में सुधार करें तो बाकी चीज़ें आसान हो जाएँगी. हमें यह सोचना है कि हम क्यों पीछे रह गए, इसका कारण क्या है. हमारे लोगों को ज्ञान की आकांक्षा है, उन्हें केवल सही मार्गदर्शन और अच्छी शिक्षा की आवश्यकता है; वे अपने धर्म, जाति, समुदाय और लिंग से ऊपर उठकर आगे बढ़ेंगे. यह क्षमता सबमें होती है, बस आवश्यकता है उसे पहचान कर निखारने की. लोग विविध विचारधाराओं से जुड़े हो सकते हैं, परंतु प्रधान विचारधारा शैक्षिक उत्कृष्टता की होनी चाहिए.”

 

आगे आपने कहा, “मुझे बताया गया है कि इस नए सुविधा केंद्र के 3,260 वर्ग मीटर के क्षेत्र में उपयोगकर्ताओं के लिए कई अनुकूल सुविधाएँ हैं. डीन – छात्र कल्याण, मुख्य वॉर्डन, मुख्य कुलानुशासक आदि के कार्यालय होंगे. साथ ही, एक एम्फी थिएटर और मल्टी क्वीज़ीन फूड कोर्ट भी है. यहाँ छात्र अपने साथियों से मेल-जोल और बातचीत कर सकते हैं. जैसा कि हम जानते हैं, लोगों के विकास के लिए समग्र शिक्षा की आवश्यकता होती है और यही शिक्षा की प्रमुख भूमिका होती है – देश की उन्नति में सहायक होना और लोगों के जीवनस्तर को सुधारना. शिक्षा हमें गरीबी और भूख जैसी चुनौतियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है.”

श्री. नायड़ू ने कहा, “संपूर्ण ब्रह्मांड एक परिवार है. सभी को सहज उपलब्ध होना ही शिक्षा नीति का केंद्र होना चाहिए. स्वतंत्रता के 73 वर्ष के बाद भी हम 100 प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य नहीं प्राप्त कर सके हैं. हम सभी को साथ मिलकर एक संपूर्ण साक्षर समाज के निर्माण में योगदान करना चाहिए. मुझे खुशी है कि भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नई शिक्षा नीति न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने पर ध्यान देती है, बल्कि चरित्र निर्माण, वैज्ञानिक दृष्टि और सृजनात्मकता को बढ़ावा देना, सेवा भाव, 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करना आदि में भी सहायक सिद्ध होती है. मैंने शिक्षा नीति का विस्तृत अध्ययन किया है – यह समग्र, बहुत व्यापक और सार्थक है. इससे हमारे उच्च शिक्षा संस्थानों को नई ऊँचाइयाँ छूने का विश्व के अग्रणी संस्थाओं में शामिल होने का पूरा अवसर मिल सकेगा. यह खुशी की बात है शिक्षा नीति में राष्ट्रीय शोध फाउंडेशन की भी बात की गई है.

 

अंत में उन्होंने कहा, “देश एक महत्वपूर्ण दौर से गुज़र रहा है और हमारे सामने कई चुनौतियाँ हैं. कोविड-19 के कारण हर क्षेत्र की तरह शिक्षा के क्षेत्र में भी शिक्षकों और छात्रों के सामने कई बाधाएँ आई हैं. अब हम यह जान गए हैं कि पठन और पाठन में प्रौद्योगिकी को शामिल करना आवश्यक है. हैदराबाद विश्वविद्यालय की तरह हमें सर्वोत्तम पद्धतियों का अनुसरण करना होगा.”

 

इसके उपरांत कुलाधापति न्यायमूर्ति एल. नरसिम्हा रेड्डी ने भारत के माननीय उपराष्ट्रपति और तेलंगाना सरकार के गृह, कारावास और अग्नि सेवाओं के मंत्री को स्मृतिचिह्न प्रस्तुत किए.

 

डॉ. बी. नागार्जुना, डीन – छात्र कल्याण ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.

उद्घाटन समारोह का वीडियो लिंक: