सामाजिक बहिष्कार और समावेश नीति अध्ययन केंद्र, हैदराबाद विश्वविद्यालय की पीएच.डी. शोध-छात्रा सुश्री शालिनी पथी को ‘Global Challenges’ विषय पर यूनिवर्सिटी ऑफ बर्गन, नॉर्वे में 8 से 18 जून, 2020 की अवधि में आयोजित हो रहे बर्गन सम्मर रिसर्च स्कूल (बीएसआरएस) के लिए आमंत्रित किया गया है.

बर्गन सम्मर रिसर्च स्कूल 2020 विज्ञान, समाज और वैश्विक चुनौतियों के बीच आपसी संबंधों की जाँच करता है. वैश्विक चुनौतियों से संबंधित छह पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं – प्रमुख व्याख्यान और सामाजिक आयोजनों के साथ ये पाठ्यक्रम 100 से भी अधिक पीएच.डी. छात्रों के कौशल को उपयोगी ज्ञान में बदलने में सहायक होंगे.

बीएसआरएस यूनिवर्सिटी ऑफ बर्गन के नेतृत्व में एनएचएच नॉर्वेजियन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, वेस्टर्न नॉर्वे यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेस, सी. मिचलसेन इंस्टीट्यूट और NORCE नॉर्वेजियन रिसर्च का साझा कार्यक्रम है. सुश्री शालिनी को ‘Global Food Systems’ नामक पाठ्यक्रम में भाग लेने के लिए पूर्ण छात्रवृत्ति दी गई है. इस वर्ष कोविड-10 की वजह से स्कूल को वर्चुअल बनाया गया है.

इस पाठ्यक्रम के क्रम में शालिनी अपने वर्तमान कार्य ‘Ecofeminist politics and the food systems: Study of environmental movements in Neoliberal India’को प्रस्तुत करेंगी. फिलहाल वे प्रो. राजा मोहन राव के मार्गदर्शन में हैदराबाद विश्वविद्यालय के सामाजिक बहिष्कार और समावेश नीति अध्ययन केंद्र में कार्यरत हैं.