आउटलुक ग्रुप के करियर360 ने 740 से भी अधिक विश्वविद्‌यालयों में सर्वेक्षण किया

सार्वजनिक विश्वविद्‌यालयों में चौथे स्थान पर

दक्षिणी विश्वविद्‌यालयों में शीर्ष स्थान पर

सभी पैमानों पर ‘उत्कृष्ट’ घोषित

प्रत्यायन, छात्र-शिक्षक अनुपात एवं पीएच.डी. के मामलों में प्रथम

वनस्पति विज्ञान के शिक्षक सर्वोत्कृष्ट अनुसंधाता

 

आउटलुक समूह प्रकाशन, करियर360 द्‌वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, जो उनके मार्च, 2014 के अंक में प्रकाशित हुआ है, वर्ष 2014 के लिए बेहतरीन विश्वविद्‌यालयों में हैदराबाद विश्वविद्‌यालय को उच्च स्थान दिया गया है. http://www.university.careers360.com/articles/top-100-universities-in-india-2014

इस सर्वेक्षण ने सार्वजनिक विश्वविद्‌यालयों में है.वि.वि. को चौथे स्थान पर रखा. 740 से भी अधिक विश्वविद्‌यालयों एवं संस्थानों का कई कोणों से सर्वेक्षण किया गया, जैसे – पेटेंट (स्वीकृत एवं अनुमोदित), NAAC की मान्यता, छात्र-शिक्षक अनुपात आदि. शैक्षणिक आउटपुट, प्रशस्ति पत्र प्रभाव, बौद्‌धिक संपदा, अनुसंधान उत्पादकता और लर्निंग के आधार पर विश्वविद्‌यालय को परखा गया.

है.वि.वि. को प्रशिक्षण (प्रत्यायन, छात्र-शिक्षक अनुपात और पीएच.डी.) मापदंड में नंबर एक स्थान पर रखा गया है. दक्षिणी विश्वविद्‌यालयों में है.वि.वि. पहले स्थान पर है. कुल मिलाकर है.वि.वि. को AAAA + स्थान दिया गया है जो 90-94 की प्रतिशत को दर्शाता है.

एक और महत्वपूर्ण बात यह रही कि है.वि.वि. के डॉ. सीएच. वेंकट रमणा, वनस्पति विज्ञान विभाग के शिक्षक को इम्म्यूनोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट अनुसंधाता घोषित किया गया.

हाल ही में, एनएएसी ने अपने तीसरे चक्र में है.वि.वि. को ‘ए’ ग्रेड और 4 में से 3.72 सीजीपीए दिया है, जो इस चक्र में किसी भी संस्था का सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन है. यहाँ का शिक्षकवर्ग अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त है और उनके आज तक के प्रकाशनों की संख्या 16,000 से भी अधिक है. विश्वविद्‌यालय के पास 300 से भी अधिक अनुसंधान परियोजनाएँ हैं, जिनका मूल्य 250 करोड़ रुपयों से ज्यादा है.