हैदराबाद विश्वविद्यालय, योग केंद्र में 21 जून, 2016 को दूसरा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. अप्पा राव ने इस अवसर पर कहा कि योग आज के आधुनिक जीवन शैली में स्वस्थ्य जीवन के लिए नितांत आवश्यक है. आगे उन्होंने नियमित पढ़ाई में योग पाठ्यक्रम के महत्व पर ज़ोर दिया. इस अवसर पर इस बात पर बल दिया कि आज प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में योगासनों का अभ्यास करना एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए.
योग शिक्षा विशेषज्ञ एवं संसाधन व्यक्ति डॉ. वी.वी.बी.एन. राव ने इस अवसर पर कहा कि योग अभ्यास एक ऐसी कला है, जो व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करती है. यह एक साथ शारीर और मन दोनों पर कार्य कर शारीरिक तनाव और मानसिक चिंता को दूर कर तन-मन दोनों में शांति का प्रसार करती है. आगे उन्होंने कहा कि यह शारीरिक लचीलापन और माँसपेशियों की ताकत को बढ़ाने में मदद करती है. यह श्वसन, ऊर्जा और जीवन शक्ति में सुधार भी लाती है. उन्होंने आगे कहा कि योग का अभ्यास रोज़मर्रा का काम की तरह लग सकता है, लेकिन इससे आपके शरीर की ऊर्जा और तेजस बढ़कर मानसिक शांति मिलती है. इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय योग के स्वर्ण पदक विजेता तथा संस्कृति फेडरेशन के चैंपियनों ने योगासनों का प्रदर्शन कि, जो अत्यंत प्रभावशाली एवं आकर्षक था. उनके साथ विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी योगासनों को प्रदर्शित किया.
आयुष द्वारा सभी प्रतिभागियों से सामान्य योगासनों का अभ्यास करवाया गया. योग केंद्र में प्रतिभागियों की सूचना हेतु कई योगासनों से जुडे पोस्टरों को प्रदर्शित किया गया. राष्ट्रीय योग पदक विजेता सुश्री श्रीविद्या ने एक अत्यंत प्रशंसनीय शास्त्रीय नृत्य का प्रदर्शन दिया. इसके अलवा विश्वविद्यालय के छात्रों ने शिव स्तुति कुचिपुड़ी नृत्य का प्रदर्शन दिया.
दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हैदराबाद विश्वविद्यालय ने ‘जीवन शैली की बीमारियों की रोकथाम में योग की प्रासंगिकता’ नामक विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता और योगासनों की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया. इस अवसर पर विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र तथा प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाण पत्र दिए गए. इस कार्यक्रम में शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों सहित कुल 130 प्रतिभागियों ने भाग लिया.
इस विषय से संबंधित अधिक जानकारी के लिए सहायक निदेशक डॉ. के.वी. राजशेखर से संपर्क कर सकते हैं.