11 जुलाई 2022 को, हैदराबाद विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएबी) ने पाँच वर्ष की अवधि के एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

हैदराबाद विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएबी) जैविकी विज्ञान के मूलभूत क्षेत्रों में सहयोग करेंगे. दोनों संस्थानों के संकाय-सदस्य/शोधकर्ता और वैज्ञानिक/अभ्यागत संकाय सदस्य पशु जैव प्रौद्योगिकी या संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग करेंगे. इसके अलावा परस्पर सहमति से एनआईएबी के वैज्ञानिक पशु जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी के विशेष क्षेत्रों में है.वि.वि. में मास्टर कार्यक्रमों को पढ़ाने में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और छात्रों को अपनी प्रयोगशालाओं में परियोजना कार्य करने का अवसर प्रदान करेंगे. एनआईएबी के वैज्ञानिकों को हैदराबाद विश्वविद्यालय में और इसके विपरीत क्रम में, संबंधित संस्थानों के नियमों के अनुसार, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया जा सकता है.

डॉ. देवेश निगम, कुलसचिव, है.वि.वि. और डॉ. जी. तारू शर्मा, निदेशक, एनआईएबी ने समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर प्रो. बी.जे. राव, कुलपति, है.वि.वि.; प्रो. एन. शिव कुमार, अध्यक्ष – जीव विज्ञान संकाय; डॉ. नागेंद्र आर. हेगड़े, वैज्ञानिक-एच.; प्रो. पी. जगन मोहन राव, है.वि.वि से समन्वयक और डॉ. आनंद श्रीवास्तव, वैज्ञानिक-डी एनआईएबी से समन्वयक आदि प्रमुख भी मौजूद थे.