डॉ. मधुसूदन जे.वी., सह प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, शिक्षा और शिक्षा प्रौद्योगिकी विभाग, समाज विज्ञान संकाय, हैदराबाद विश्वविद्यालय को माननीय शिक्षा मंत्री ने स्कूली शिक्षा और शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी अनुसंधान के साथ-साथ अनुसंधान और नवाचारों की योजना बनाने, पहचान करने और समर्थन करने पर सलाह देने के लिए, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की 14 वीं शैक्षिक अनुसंधान और नवाचार समिति (ईआरआईसी) के सदस्य के रूप में नामित किया है.
एनसीईआरटी स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए नीतियों और कार्यक्रमों पर केंद्र और राज्य सरकारों को सहायता और सलाह देने के लिए भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है. एनसीईआरटी के प्रमुख कार्यों में से एक स्कूली शिक्षा और शिक्षक शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर शैक्षिक अनुसंधान करना, बढ़ावा देना और समन्वय करना है. एन.सी.ई.आर.टी. की स्थायी समिति, ईआरआईसी का उद्देश्य मुख्य रूप से शैक्षिक अनुसंधान में समय-समय पर प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को निर्धारित करना है.
वर्ष 2018 से डॉ. मधुसूदन हैदराबाद विश्वविद्यालय के शिक्षा और शिक्षा प्रौद्योगिकी विभाग में सेवारत हैं. वे स्कूली शिक्षा की जनसांख्यिकी, स्वास्थ्य शिक्षा और शिक्षा के समाजशास्त्र के क्षेत्रों के विशेषज्ञ हैं.