cohen

 

सोमवार 6 जनवरी, 2014 को ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन, वॉशिंगटन डीसी के दक्षिण एशियाई राजनीति पर पचास से अधिक वर्षों से कार्यरत प्रसिद्‌ध विद्‌वान डॉ. स्टीफन पी. कोहेन ने हैदराबाद विश्वविद्‌यालय के राजनीति विज्ञान विभाग का दौरा किया, जिसमें उन्होंने विभाग के छात्रों के साथ विभिन्न विषयों पर बातचीत की.

विभाग ने छात्रों के लिए डॉ. स्टीफन पी. कोहेन के साथ विशेष रूप से पारस्परिक विचार-विमर्श के लिए एक बैठक का आयोजन किया, जिसका विषय था- ‘पूर्व मध्य और दक्षिण एशियाई शांति प्रक्रिया : तुलना और सबक’.  इस सत्र के उद्‌घाटन भाषण में डॉ.स्टीफन ने भारत और पाकिस्तान देशों के बीच के संघर्ष का समाधान ढूंढ़ने के लिए और अधिक रचनात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया. आगे उन्होंने कहा कि – यदि भारत पाकिस्तान के साथ विभिन्न क्षेत्रों में और अधिक ठोस सहयोग के साथ आगे आता है,  तो पाकिस्तान भी भारत विरोधी रवैये को कम करके विश्वसनीय शांति प्रक्रिया की ओर अग्रसर हो सकता है. यदि ऐसा हो जाए तो पाकिस्तान- चीन के संबंध फीके पड़ सकते हैं जो भारत के लिए लाभप्रद सिद्‌ध होगा. तदुपरांत पारस्परिक विचार-विमर्श में प्रो. कोहेन से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों, मध्य पूर्वी शांति प्रक्रिया तथा भारत की शांति की पहल तथा उसके नरम रवैये से संबंधित अनेक सवालों के जबाब दिए.

डॉ. कोहेन  पाकिस्तान-भारत  और दक्षिण एशिया सुरक्षा पर अध्ययन करने वाले एक प्रमुख विद्‌वान हैं. वे विदेश नीति अध्ययन पर ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन और इलिनोइस विश्वविद्‌यालय के प्रतिष्ठित प्राचार्य हैं. उन्होंने लेखक, सह लेखक तथा संपादक के रूप में लगभग 12 पुस्तकें रची हैं. विदेशी मामलों में कार्यरत 500 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक के रूप में अमेरिका द्‌वारा मान्यता प्राप्त हैं. वहाँ के रेडियो और टीवी टॉक शो पर अक्सर नज़र आते हैं.