हैदराबाद विश्वविद्यालय के समाज विज्ञान संकाय के इतिहास विभाग में पीएच.डी. कर रहे शोध छात्र श्री. प्रशांत दास को अपने शोध-कार्य के लिए ब्रिटिश लाइब्रेरी, लंडन से सामग्री जुटाने हेतु प्रतिष्ठित चार्ल्स वॉलेस इंडिया ट्रस्ट की अल्पावधि अनुसंधान निधि प्राप्त हुई है. आपको भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से भी अपने यात्रा खर्च हेतु वित्तीय सहायता मिली है.
श्री. दास इतिहास विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रश्मि के मार्गदर्शन में शोध कर रहे हैं. इनके अलावा श्री. दास की डॉक्टोरल समिति में इतिहास विभाग के प्रो. संजय सुबोध और प्रवासी भारतीय अध्ययन केन्द्र के डॉ. अमित कुमार मिश्रा भी शामिल हैं. श्री. प्रशांत इंट्रा-एशियन नेटवर्क में आप्रवासी नट्टुकोट्टई चेट्टियारों का पूंजी प्रवाह विषय पर शोध कर रहे हैं. वे जून, 2017 के मध्य में ब्रिटिश लाइब्रेरी, लंडन के इंडियन ऑफिस कलेक्शन्स जाएँगे और वहाँ के संग्रहों का लाभ उठाएँगे.
श्री. प्रशांत दास ने अपनी दसवीं तक की शिक्षा सरकारी सेकंडरी स्कूल, मनमाओ, अरुणाचल प्रदेश से प्राप्त की और असम के पाठशाला में स्थित बालाजी अकादमी ऑफ एक्सिलेंस से इंटर की शिक्षा ग्रहण की. गुवाहाटी विश्वविद्यालय के कॉटन कॉलेज से आपने इतिहास (ऑनर्स) में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और वर्ष 2011 में नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से मध्यकालीन भारतीय इतिहास में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की. इसके बाद हैदराबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रश्मि के मार्गदर्शन में इन्होंने एम.फिल. पूरा किया. श्री. दास भविष्य में शिक्षा क्षेत्र को ही अपना करियर बनाकर अपनी तरफ से ज्ञान सागर में योगदान करना चाहते हैं.