प्रो. अनुनय सामंत, रसायन विज्ञान संकाय, हैदराबाद विश्वविद्यालय को अल्ट्राफास्ट और एकल-अणु स्पेक्ट्रोस्कोपिक तकनीकों को नियोजित करने वाले उनके उत्कृष्ट कार्य की मान्यता के रूप में भौतिक विज्ञान में अनुसंधान के लिए प्रतिष्ठित कुलाध्यक्ष पुरस्कार-2020 के लिए चुना गया है. पुरस्कार के रूप में एक प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है तथा केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलाध्यक्ष के रूप में भारत के माननीय राष्ट्रपति महोदय द्वारा राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया जाएगा.
है.वि.वि. के कुलपति महोदय प्रो. अरुण अग्रवाल ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने जाने पर प्रो. सामंत को हार्दिक बधाई दी और कहा, “यह विश्वविद्यालय में किए जा रहे उच्च गुणवत्ता वाले शोध का परिचायक है तथा अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक भी.”
प्रो. सामंत जनवरी 1990 से रसायन विज्ञान संकाय में सेवारत हैं. उन्हें भारत की तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों ने सदस्य का दर्जा देकर सम्मानित किया है. इसके अलावा, आपने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं, जैसे कि जे.सी. बोस नेशनल फेलोशिप (डीएसटी, 2010-2024), आचार्य जे.सी. घोष मेमोरियल एवार्ड (इंडियन केमिकल सोसाइटी, 2019), इंडिया साइटेशन एवार्ड (थॉमसन रॉयटर्स, 2012), रमन-मिजुशिमा लेक्चर एवार्ड (डीएसटी-जेएसपीएस, 2014), एपीए एवार्ड (एशियन एंड ओशियन फोटोकैमिस्ट्री एसोसिएशन, 2018), सिल्वर मेडल (केमिकल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया, 2015), प्रो. साधन बसु मेमोरियल लेक्चर एवार्ड (INSA, 2017) इत्यादि.
उपरोक्त के अलावा, वर्ष 2013 से यूजीसी फैकल्टी रिसर्च प्रमोशन स्कीम्स के राष्ट्रीय समन्वयक और 2015 से भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी की कार्यवाही के संपादक (रसायन विज्ञान) के रूप में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं. वर्तमान में ultrafast dynamics and single-molecule fluorescence spectroscopy of the perovskite nanocrystals and deep eutectic solvents पर शोध कार्य कर रहे हैं. उनके अग्रणी शोध कार्य के परिणामस्वरूप प्रतिष्ठित सहकर्मी-समीक्षित पत्रिकाओं में 190 से अधिक प्रपत्र प्रकाशित हुए हैं. उन्हें एच-इंडेक्स में 57 स्थान के साथ-साथ एक विख्यात वैज्ञानिक (10,200+ उद्धरण) के रूप में मान्यता भी मिली है.
भारत के राष्ट्रपति, केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलाध्यक्ष के रूप में हर वर्ष उपरोक्त पुरस्कार प्रदान करते हैं, जिसका उद्देश्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माहौल का बढ़ावा देना तथा विश्व के उत्कृष्ट संस्थान बनने के लिए आवश्यक कदम उठाने हेतु प्रेरणा देना होता है.