हैदराबाद विश्वविद्यालय, अंग्रेजी विभाग में एम.ए. कर रही छात्रा अंजना माधवन का यंग इंडिया फैलोशिप क्लास- 2017 के लिए चयन हुआ है.
यंग इंडिया फैलोशिप अशोका विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर की पढ़ाई – लिबरल स्टडीज़ में आयोजित स्नातकोत्तर डिप्लोमा करने के लिए दी जाने वाली फैलोशिप है, जो एक वर्षीय पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम करने के लिए दी जाती है. अंजना माधवन को इस पुरस्कार के तहत वित्तीय सहायता समिति ने अशोका विश्वविद्यालय में बिताने वाले पूर्ण सत्र के लिए आवश्यक छात्रवृत्ति (ट्यूशन + छात्रावास) रुपए सात लाख (रु.7,00,000/-) देने का निर्णय लिया.
अंजना हमेशा शिक्षा की विधाओं में अंतःविषयों की परिकल्पनाओं पर अपनी समझ बढ़ाना चाहती हैं. उन्हें पाठ्यक्रम के चयन में पूर्व कॉलेज की मदद मिली थी. वह सपने देखती थीं और उन्हें पूरा करना भी जानती थीं. वे कहती हैं कि सपने ही सफलता की शुरूआत हैं. वे अपने कॉलेज के दिनों से ही गरीबों की मदद करना चाहती थीं. राष्ट्रीय सेवा योजना में भी बडे उत्साह के साथ भाग लेती थीं. वे हमेशा समाज में व्याप्त अमीरों-गरीबों के बीच के अंतर को मिटाना चाहती थीं.
इस फैलोशिप द्वारा देश भर से असाधारण बौद्धिक और नेतृत्व क्षमता दर्शाने वाले 225 उज्ज्वल युवा पुरुषों और महिलाओं को प्रशिक्षित कर सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध नागरिक बनाने का कार्य किया जाता है. इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले; कार्लटन कॉलेज; किंग्स कॉलेज, लंदन; मिशिगन यूनिवर्सिटी; इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंस संकाय, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय (SEAS); साइंसेज पो, पेरिस, ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन और येल विश्वविद्यालयों के सहयोग से आयोजित इस यंग इंडिया फैलोशिप का एकमात्र उद्देश्य है सामाजिक परिवर्तन के लिए एवं सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्ध उच्च कोटि के नागरिकों तथा नेताओं को तैयार करना.
इस फैलोशिप से संबंधित अधिक जानकारी http://www.youngindiafellowship.com/AboutYIF.aspx पर उपलब्ध है.