10 वर्षों की अवधि में 3700 लेख प्रकाशित करना यूओएच हेराल्ड के इतिहास में एक मील का पत्थर है. जनवरी 2013 में इसे आरंभ किया गया, यूओएच हेराल्ड ने अब तक 3700 आलेख पूरे किए हैं. यह ऑनलाइन द्विभाषी समाचार-पत्र देश के किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपनी तरह का अनूठा समाचार-पत्र है.
समाचार पत्र के मुद्रित संस्करण को ऑनलाइन बनाने का विचार सबसे पहले जनसंपर्क कार्यालय ने किया और यह विश्वविद्यालय के संचार विभाग की सहायता और समर्थन के कारण संभव हो पाया. तत्कालीन कुलपति महोदय ने तुरंत इस विचार को मंजूरी दी और तदनुसार वर्डप्रेस पर दिसंबर 2012 में तीन सप्ताह के लिए एक पायलट संस्करण के रूप में यह साकार हुआ. ऑनलाइन द्विभाषी समाचार पत्र आधिकारिक तौर पर जनवरी 2013 में प्रकाशित हुआ.
आकर्षक द्विभाषी लोगो के साथ आने वाले ऑनलाइन न्यूज़लेटर को पाठकों ने खूब सराहा. समाचार प्रति दिन रिपोर्ट किए जाते हैं और कई पूर्व-छात्रों और छात्रों ने हैदराबाद विश्वविद्यालय में अपने आवास और अपनी उपलब्धियों के अपने अनुभव साझा करना शुरू कर दिए हैं. यूओएच के हेराल्ड में अपने अनुभवों के बारे में लिखने के लिए आगे आए पूर्व-छात्रों का लेखन हम सभी को पुरानी यादों का अहसास कराता है और हमें उम्मीद है कि हमारे कई छात्रों को इससे प्रेरणा मिलेगी.
राजभाषा अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, यह ऑनलाइन समाचार पत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों में प्रकाशित किया जाता है, जो कदाचित किसी अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालय में नहीं होता. हमारा हिंदी कक्ष लेखों का अनुवाद करता है, जिससे हिंदी संस्करण भी अंग्रेजी संस्करण के साथ या एक दिन बाद पोस्ट किया जा सके.
ऑनलाइन न्यूजलेटर में विशिष्ट व्याख्यानों, संकाय सम्मानों, छात्र उपलब्धियों, यात्राओं, पुस्तक विमोचन और घटनाओं से संबंधित भाग हैं. यूओएच हेराल्ड ने विश्वविद्यालय में घटित होने वाली गतिविधियों के बारे में एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने में मदद की है और नियमित आधार पर कैंपस गतिविधियों की एक झलक पाने के लिए यह ‘वन स्टॉप डेस्टिनेशन’ के रूप में उभरा है. न्यूज़लेटर के सभी अपडेट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि पर भी साझा किए जाते हैं और बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित करते हैं. यह केवल एक समाचार-पत्र नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंच है जहाँ गतिविधियों, घटनाओं और यादों का संग्रह किया जाता है और दुनिया भर में कहीं से भी एक क्लिक पर सभी के लिए उपलब्ध हो जाता है.
हेराल्ड की अब तक की यात्रा संतोषजनक रही है, और हमारे कुछ छात्र नियमित रूप से इसमें योगदान कर रहे हैं. मैं विशेष रूप से उन छात्रों को धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्हें हर साल समाचार-पत्र के लिए लिखने के लिए संचार विभाग द्वारा नामांकित किया जाता है.
यूओएच हेराल्ड को https://herald.uohyd.ac.in पर पढ़ा जा सकता है.
– आशीष जे थॉमस, जनसंपर्क अधिकारी