डीआईए-सीओई (पूर्व में एसीआरएचईएम), भौतिकी संकाय, हैदराबाद विश्वविद्यालय में प्रोफेसर अनिल कुमार चौधरी के शोध-छात्र श्री. राजेश कोआल्ला, पीएच.डी. ने ‘Application of Terahertz Metamaterials for Low-Concentration Sensing of Premium Explosives such as RDX and TNT’ शीर्षक से एक प्रपत्र प्रस्तुत किया. 7 अप्रैल से 11 अप्रैल, 2024 तक स्ट्रासबर्ग, फ्रांस में आयोजित ‘SPIE EUROPE PHOTONICS-2024 / Terahertz Photonics – III’ सम्मेलन में यह प्रपत्र प्रस्तुत किया गया. फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में आईक्यूब प्रयोगशाला ने सम्मेलन की मेजबानी की. यह प्रपत्र अंतर्राष्ट्रीय एसपीआईई सम्मेलन की डिजिटल कार्यवाही में प्रकाशित किया जाएगा.
इस प्रपत्र में टेराहर्ट्ज़ मेटामेट्री-आधारित सेंसर की भूमिका का प्रदर्शन किया गया, जिसे आरडीएक्स और टीएनटी जैसी उच्च-ऊर्जा सामग्री की कम सांद्रता (मिली मोलर स्तर) का पता लगाने या महसूस करने के लिए लगाया जा सकता है. जाँच निष्कर्षों का उपयोग सुरक्षा जाँच के दौरान अपराध स्थल, वारफील्ड और संदिग्ध बैगों में उच्च ऊर्जा सामग्री की मौजूदगी का पता लगाने और पहचानने के लिए किया जा सकता है.
सम्मेलन में राजेश कोआल्ला को दुनिया भर के प्रसिद्ध टेराहर्ट्ज़ विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के साथ जुड़ने का मौका मिला. राजेश कहते हैं, “एक पीएच.डी. शोध-छात्र के रूप में यह अमूल्य अनुभव निश्चित रूप से मेरे शोध करियर को समृद्ध करेगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित विद्वानों के साथ जुड़ने से टेराहर्ट्ज़ क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान के बारे में मेरी समझ बढ़ी है. मुझे विश्वास है कि इस बातचीत से प्राप्त ज्ञान मेरी शैक्षणिक गतिविधियों और भविष्य के प्रयासों को आगे बढ़ाने में बहुत योगदान देगा.”
सम्मेलन में भाग लेने के लिए यात्रा अनुदान देने के लिए आपने हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संस्थान (आईओई) को धन्यवाद दिया. उन्होंने सहायक सुविधा और वित्तीय सहायता के लिए एसीआरएचईएम के माध्यम से डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार को भी धन्यवाद दिया.