इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को है.वि.वि. में 22 और 28 फरवरी को ‘विज्ञानोत्सव 2014’ के रूप में मनाया गया. इस वर्ष का सूत्र था ‘वैज्ञानिक सोच को बढ़ाओ’ और यह कार्यक्रम जीव विज्ञान संकाय के जैवतकनीकी और जैव सूचना विभाग और है.वि.वि. के जूनियर साइंस क्लब द्‌वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था.

Participants

दि. 22 फरवरी को आयोजित प्रश्नमंच, भाषण और साइंस फिक्शन लेखन जैसी प्रतियोगिताओं में 10 से भी अधिक विद्‌यालयों और 3 महाविद्‌यालयों ने भाग लिया. दि. 28 फरवरी को विज्ञान दिवस समारोह मनाया गया. एल.वी. प्रसाद आई इंस्टीट्यूट के डॉ. एस. शिवाजी मुख्य अतिथि के रूप में पधारे थे और उन्होंने Antarctica’s  microbial biodiversity विषय पर बीज व्याख्यान प्रस्तुत किया. इसके अलावा लगभग साठ प्रयोग प्रस्तुतियाँ एवं विश्वविद्‌यालयों के दौरे भी आयोजित किए गए.

Scientific Demo

इस कार्यक्रम का उद्‌घाटन हैदराबाद विश्वविद्‌यालय के कुलपति प्रो. रामकृष्ण रामस्वामी ने किया. अपने उद्‌घाटन भाषण में उन्होंने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए अपने जीवन से जुड़े उदाहरणों का हवाला देते हुए विज्ञान के चमत्कारों तथा उसके महत्व को समझाया. सर सी.वी. रामन की खोज ‘रामन इफेक्ट’ के सम्मान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है. तदुपरांत 22 फरवरी को आयोजित विभिन्न  प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए.

Scanning Electron Microscope

इसके बाद अगस्त्य फाउंडेशन द्‌वारा उत्सुक अतिथियों के प्रदर्शन हेतु साठ प्रयोगात्मक प्रदर्शनों को दर्शाया गया. जिसमें  एसी/डीसी मोटर, दो स्ट्रोक और चार स्ट्रोक इंजिन,  प्रकाश आदि के प्रतिबिंब/पारेषण आदि शामिल हैं. इसके साथ ही छात्रों को नैनोटेक्नोलाजी केंद्र और इंजीनियरिंग विज्ञान संकाय के ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप और स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप दिखाए गए.