संचार विभाग, सरोजनी नायडू कला एवं संचार संकाय, हैदराबाद विश्वविद्यालय (यूओएच) ने आईएफआर एशिया की उप संपादक (एशिया) सुश्री एस अनुराधा, थॉमसन रायटर्स को ‘मीडिया एथिक्स एंड बिज़नेस जर्नलिज़म’ पर एक व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया. सुश्री अनुराधा वर्तमान में सिंगापुर में रहती हैं और दक्षिण पूर्व एशियाई, दक्षिण एशियाई और फ्रंटियर इक्विटी पूंजी बाजार को कवर करती हैं.
बिजनेस पत्रकारिता का परिचय छात्रों को देते हुए आपने इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की और यह भी बताया कि प्रत्येक वित्तीय बाजार के बारे में रिपोर्ट करने के लिए हमें किस तरह के स्वयं कौशल की आवश्यकता होती है. 1992 में, जब उदारीकरण अपने उफान पर था, वे प्राइम टाइम क्षेत्र में दाखिल हुईं. वे दो दशकों से भी अधिक समय से बदलते बिजनेस न्यूज की रिपोर्टिंग कर रही हैं.
सुश्री अनुराधा ने आगे उस संवेदनशीलता की व्याख्या करने का प्रयास किया जिसकी अपेक्षा इस क्षेत्र के पत्रकारों से की जाती है. साथ ही, उन्होंने उन नैतिक दुविधाओं की भी बात की जिनका सामना किसी पत्रकार को रोज़मर्रा की जिंदगी में करना पड़ता है. इस संबंध में आपने दुनिया भर के मीडिया संगठनों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत किए. आपने कहा, “इनका कोई सीधा-सरल जवाब नहीं हो सकता.” हालाँकि, संभव समाधानों की चर्चा भी की गई.
बाद में उन्होंने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए और छात्रों को इस क्षेत्र को अपनी विशेषज्ञता के रूप में चुनने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वित्तीय बाजार के बारे में लिखने के लिए आपके पास अर्थशास्त्र में डिग्री होने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि समाचार की योग्यता की समझ और विषय के प्रति रुचि की आवश्यकता है. उन्होंने खुद एक इतिहास की छात्रा होने के बावजूद क्षेत्र में अपना एक मुकाम बनाया है.
सुश्री एस. अनुराधा ने इससे पहले फाइनेंशियल एक्सप्रेस, बिजनेस लाइन, डॉव जोन्स आदि सहित कई संगठनों के साथ काम किया है और हाल ही में अपना पहला उपन्यास ‘द फ्रेंडलेस गॉड’ लिखा है.