विशेष अंतर्राष्ट्रीय पहल करने वाले 13 परिसरों की पहचान

परिसर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने में सहायक हैदराबाद विश्वविद्‌यालय के एस.आई.पी. कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया गया है. ऐसी विशिष्ट पहचान भारत में केवल इसी विश्वविद्‌यालय को प्राप्त हुई है.

 इंस्टीट्‌यूट ऑफ इंटरनॅशनल एजुकेशन (आईआईई) ने है.वि.वि. के एस.आई.पी. कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा में नवीनता के लिए वार्षिक Andrew Heiskell पुरस्कार विजेताओं में से एक घोषित किया है. आईआईई नेटवर्क में 1200 से अधिक उच्च  शिक्षा संस्थाएँ सदस्य हैं. ये पुरस्कार 14 मार्च, 2014 को न्यू यॉर्क शहर में उनके नौवीं वार्षिक ‘Best Practices in Internationalization Conference for campus professionals’ संगोष्ठी के दौरान दिए जाएँगे. अमेरिका और विश्व भर के 150 से अधिक शीर्ष परिसर और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षाविद्‌ प्रतिवर्ष इस संगोष्ठी में भाग लेते हैं.

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 हैदराबाद विश्वविद्‌यालय के ‘स्टडी इन इंडिया’ (एस.आई.पी.) की शुरुआत वर्ष 1998 में यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्‌सबर्ग के केवल 8 विद्‌यार्थियों से शुरू हुई थी, जो संख्या पिछले शैक्षिक वर्ष में 200 तक पहुँच चुकी है. विश्वविद्‌यालय अनुदान आयोग ने भी इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए अन्य विश्वविद्‌यालयों को भी इस मॉडल को अपनाने की सलाह दी है. दूसरे देशों में स्थित विश्वविद्‌यालयों और विद्‌यार्थियों की आवश्यकताओं को देखते हुए एस.आई.पी. की परिकल्पना की गई है.