30 जून, 2022 को नगर के प्रतिष्ठित संस्थान, हैदराबाद विश्वविद्यालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान केंद्र (ICAR-NRCM) और एल्विकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के साथ एक समझौता-ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए.

इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य पैकेज्ड खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से मांस उत्पादों के ‘बेस्ट बिफोर डेट’ को डिजिटल बनाना है, जिससे न केवल मांस की बर्बादी को रोका जा सकता है, बल्कि उपभोग हेतु खाद्य सुरक्षा भी बढ़ाई जा सकती है. उद्योग-अकादमी संघ का वर्तमान प्रस्ताव हार्डवेयर घटकों को एकीकृत करके स्मार्ट सेंसर विकसित करना है जो उपभोक्ताओं को गुणवत्ता की वास्तव काल की जानकारी प्रदान करने का एक अनुप्रयोग है. एल्विकॉन (उद्योग भागीदार) सेंसर तकनीक और जानकारी प्रदान करता है. साथ ही, सेंसर स्याही का निर्माण, हार्डवेयर घटकों का एकीकरण और प्रदर्शनकारी प्रोटोटाइप बनाता है, जबकि अकादमिक भागीदार है.वि.वि स्मार्ट सेंसर के हार्डवेयर एकीकरण के लिए आवश्यक विनिर्देशों को अंतिम रूप देता है और ‘बेस्ट बिफोर डेट’ के डिजिटलीकरण के लिए अनुकूलित मोबाइल एपीपी प्रदान करता है. भाकृअनुप-रामांअनुकें विभिन्न भंडारण और पैकिंग स्थितियों के तहत सेंसर प्रतिक्रिया और मांस बैक्टीरिया के सहसंबंध द्वारा प्रमुख बाष्पशील यौगिकों और सेंसर के अंशांकन की पहचान करता है. इसके अलावा, स्मार्ट सेंसर उपयोगकर्ता को संभावित तापमान उल्लंघनों या शिपमेंट और भंडारण के दौरान संभावित गलतियों के बारे में चेतावनी दे सकता है, जो लेबल की निर्दिष्ट समाप्ति या उपयोग की तारीख के बावजूद खाद्य सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं.

डॉ. देवेश निगम (है.वि.वि. के कुलसचिव), डॉ. एस.बी. बरबुद्धे (निदेशक-आईसीएआर-एनआरसीएम), और डॉ. ए. रामबाबू (निदेशक-एल्विकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) ने समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर है.वि.वि. के कुलपति महोदय प्रो. बी.जे. राव, कुलपति, समझौता ज्ञापन के समन्वयक डॉ. नागेंद्र कुमार सूर्यदेवरा, सह-प्रोफेसर, कंप्यूटर और सूचना विज्ञान संकाय; प्रो. चक्रवर्ती भगवती, अध्यक्ष, कंप्यूटर और सूचना विज्ञान संकाय और डॉ. सुरेश के. देवत्कल, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-रामांअनुकें भी मौजूद थे.