हैदराबाद विश्वविद्‌यालय में 12 मार्च, 2014 को ‘हीडलबर्ग व्याख्यान श्रृंखला’ के अंतर्गत हीडलबर्ग विश्वविद्‌यालय संक्रामक रोग विभाग के निदेशक प्रो. हैंस जॉर्ज Kräusslich ने ‘एचआईवी असेंबली एंड मचुरेशन : प्रिपेयरिंग ए वायरस फॉर एंटरिंग ए न्यू सेल’ विषय पर प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया.

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इस संदर्भ में उन्होंने विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान संकाय के छात्रों, शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों से अपने अनुसंधान संबंधी विषय पर वार्तालाप किया. अपने कैरियर के प्रारंभिक दौर में उन्होंने पोलियो वायरस पर प्रोटीज की भूमिका पर कार्य किया. इसी अवधि के दौरान आपका रुझान एचआईवी / एड्स पर प्रोटीज की सक्रियता संबंधी विषय की ओर हुआ.

हाल ही में  Kräusslich समूह ने एक ऐसे पेप्टाइड की पहचान की है जो एचआईवी संरचना पर कार्य कर उसकी संरचना में अवरोध पैदा करता है.

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हैंस जॉर्ज Kräusslich गत 20 से अधिक वर्षों से एचआईवी / एड्स पर प्रोटीज की सक्रियता संबंधी विषय पर अनुसंधान में लगे हैं. उन्होंने एचआईवी पर प्रोटीज अवरोध करनेवाले वाइरसरोधी एजेंट के विकास के लिए निर्णायक योगदान दिया है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 170 से अधिक शोध-पत्र प्रस्तुत किए हैं. उन्हें अब तक 10000 से अधिक प्रशंसा पत्र मिले हैं.