केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्‌यालय’, ‘नई पद्‌धति’ तथा ‘नए शोध’ के पुरस्कारों की श्रेणी में हैदराबाद विश्वविद्यालय को वर्ष 2015 के लिए कुलाध्यक्ष का ‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय’ पुरस्कार घोषित किया गया है. इस पुरस्कार को 4 फरवरी, 2015 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में भारत के राष्ट्रपति श्री. प्रणब मुखर्जी प्रदान करेंगे. यह समारोह 4-5 फरवरी, 2015 को आयोजित होने वाले केन्द्रीय विश्वविद्‌यालयों के कुलपतियों के तीसरे सम्मेलन के साथ आयोजित किया जा रहा है.

हैदराबाद विश्वविद्यालय को कुलाध्यक्ष का ‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय’ का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.

‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय’ को एक प्रमाणपत्र और ट्रॉफी प्राप्त होगी. ‘नई पद्‌धति’ और ‘नए शोध’ के विजेताओं को प्रमाणपत्र के साथ 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा.

राष्ट्रपति ने पिछले वर्ष आयोजित कुलपतियों के सम्मेलन में इन पुरस्कारों की स्थापना की घोषणा की थी, जिससे केन्द्रीय विश्वविद्‌यालयों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनी रहे और उन्हें विश्व भर अपनाई जा रही नई पद्‌धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके.

प्रत्येक श्रेणी के लिए विजेताओं का चयन करने के लिए सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे. चयन समिति के सदस्यों के रूप में श्रीमती ओमिता पॉल, राष्ट्रपति की सचिव – अध्यक्ष और सचिव, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग के रूप में; सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग; अध्यक्ष, यूजीसी; नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष; महानिदेशक, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और निदेशक, आईआईटी, दिल्ली ने पुरस्कार विजेताओं का चयन किया.