हैदराबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रेखा पांडे को लैंगिकता से संबंधित मुद्दों पर काम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला शांति समूह (IWPG), कोरिया ने दक्षिण एशिया क्षेत्र के शांति दूत के रूप में नामित किया है. (अंतर्राष्ट्रीय महिला शांति समूह) IWPG महिलाओं के अग्रणी समूह के साथ काम करने वाला अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो युद्ध कांक्षाओं को समाप्त कर विश्व शांति के लिए प्रचार एवं प्रसार करता है. इस संगठन का विश्वास है कि सीमाओं, जातियों और विश्वासों के अतिक्रमणों पर माँ की ममता की छाप डालकर, बच्चों के मन में सुरक्षा की भावना को फैलाकर विश्व शांति को स्थापित किया जा सकता है. इस संगठन का मूल उद्देश्य भी यही है कि – जिस प्रकार माँ अपने बच्चों की रक्षा के लिए उनमें प्रेम की भावनाओं को भरकर आपसी प्रेम के लिए प्रेरित करती है, ठीक उसी प्रकार यह संगठन भी वैश्विक संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस संगठन की कामना है कि आगामी पीढ़ियों को हम विश्व शांति को स्थापित कर इसे उन्हें एक विरासत के रूप में दें. उनका विश्वास है कि यह कामना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों समुदायों में महिलाओं के सहयोग से ही साकार हो सकती है. यह संगठन सभी राजनीतिज्ञों से आग्रह करता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा कानून बनाना चाहिए जो, सभी धर्मों को एकीकृत कर युद्ध कांक्षाओं को समाप्त कर विश्व शांति के लिए अग्रसर हो सके. सभी देशों में इस संगठन के शाखा कार्यालय हैं. इनका उद्देश्य है सभी देशों की महिला प्रतिनिधियों को एकत्र कर उन्हें विश्व शांति के लिए शांति दूत बनाया जाए. इस संगठन का मानना है कि महिलाएँ ही भविष्य की आशा किरणें हैं क्योंकि आने वाली पीढ़ियों में वे ही प्रेम, ममता और सहृदयता जैसी भावनाओं को पैदा कर विश्व शांति स्थापित कर पाएँगी. उनका दृढ़ विश्वास है कि जब दुनिया की सारी 3.6 अरब महिलाएँ सामाजिक भेदभावों को मिटाकर एक-जुट होकर यह काम करेंगी तो शीघ्र ही हम हमारे बच्चों को सुरक्षित तथा विश्व शांति को भी स्थापित कर पाएँगे. प्रत्येक महिला और प्रत्येक माँ की यही कामना है और यही उनका आह्वान भी.
संगठन ने लैंगिक एवं धार्मिक असमानताओं पर प्रो. रेखा पांडे द्वारा किए जा रहे कार्यों के मद्दे नजर उन्हें शांति दूत के रूप में नामित किया. प्रो. रेखा पांडे हैदराबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की अध्यक्ष एवं महिला अध्ययन केंद्र में संयुक्त संकाय के रूप में कार्य कर रही हैं. आप महिला अध्ययन केंद्र, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय की संस्थापक सदस्या भी रही हैं. अब तक आपने लगभग दस पुस्तकों की रचना की है. आपके अध्ययन-क्षेत्र इतिहास और महिला अध्ययन के अंतःविषय हैं.
हैदराबाद विश्वविद्यालय हेराल्ड प्रो. रेखा पांडे के इस सम्मान में उन्हें हार्दिक बधाई दे रहा है.