हैदराबाद विश्वविद्यालय, राजनीति विज्ञान के एम.ए. अंतिम वर्ष में पढ़ रही छात्रा गरिमा गोयल वर्ष 2016-17 के लिए बैली गिफ्फोर्ड फेलो पुरस्कार के लिए चयनित की गई हैं. इस पुरस्कार के तहत वे किंग्स कॉलेज, लंदन में समकालीन भारत पर अध्ययन करेंगी.
इस पुरस्कार के तहत छात्रा को 30,000 पाउंड की फैलोशिप दी जाएगी. इससे छात्रा परास्नातक अनुसंधान कार्यक्रम के द्वारा किंग्स कॉलेज, लंदन में अपने विषय के विशेषज्ञ के निर्देशन में उन्नत प्रशिक्षण पाकर अपना शोध कार्य संपन्न करेंगी.
गरिमा एक प्रशिक्षित पत्रकार हैं. उन्होंने हैदराबाद विश्वविद्यालय में एम.ए. राजनीति विज्ञान पाठ्क्रम में दाखिल होने से पहले 2014 तक रायटर्स समाचार एजेंसी के साथ काम किया था. वे पिछले साल विश्वविद्यालय से हीडलबर्ग विश्वविद्यालय, जर्मनी में परा अध्ययन में एक सेमेस्टर का अध्ययन करने के लिए चयनित तीन छात्रों में से एक हैं.
गरिमा डाटा और नक्शों का उपयोग कर भारतीय राजनीति से संबंधित सवालों का जवाब देने में अत्यंत उत्साही हैं. किंग्स कॉलेज, लंदन में गरिमा डॉ. लुईस टिल्लीन के निर्देशन में “भारतीय चुनाव व्यवस्था में ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा)” पर शोध अध्ययन करेंगी.