हैदराबाद विश्वविद्यालय ने 3 अप्रैल, 2017 को विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान और पंचायती राज के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस कार्यक्रम में हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अप्पा राव पोदिले, कुलसचिव श्री. पी. सरदार सिंह और सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड वर्चुअल लर्निंग, हैदराबाद विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. एस. जिलानी तथा राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान और पंचायती राज के महानिदेशक डॉ. डब्ल्यू.आर. रेड्डी, आईएएस, सेंटर फॉर जियोइंफॉर्मेटिक्स एप्लीकेशन इन रूरल डेवलपमेंट के सलाहकार एवं अध्यक्ष प्रो. वी. माधव राव, पंचायती राज केंद्र की प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. जयलक्ष्मी, सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रत्यूष्णा पटनायक, तथा एनआईआरडी और पीआर के सहायक कुलसचिव डॉ. ए. प्रवीण कुमार आदि ने भाग लिया.

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इस समझौता ज्ञापन पर हैदराबाद विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री. पी. सरदार सिंह ने और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान और पंचायती राज की ओर उसके सहायक कुलसचिव डॉ. ए. प्रवीण कुमार ने हस्ताक्षर किए. इस समझौता ज्ञापन द्वारा दूरस्थ शिक्षा एवं ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से ग्राम / ब्लॉक / मंडल / जिला / राज्य स्तर पर काम कर रही पंचायती राज संस्थाओं के सेवाकालीन कर्मियों, निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए और अन्य संबंधित विभाग के सेवाकालीन कर्मियों और शिक्षित युवाओं के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और अन्य मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ संयुक्त रूप से संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और अनुसंधान कार्यों का आयोजन कर मानवीय कौशलों का विकास भी किया जाएगा. यह समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर करने की तिथि से पांच वर्षों की अवधि तक के लिए मान्य रहेगा. आशा है कि यह समझौता ज्ञापन राष्ट्रीय मानव संसाधनों को सक्षम बनाते हुए राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों को प्रभावी ढंग से प्रेरित करेगा.

राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान और पंचायती राज के पोस्ट ग्रेजुएट अध्ययन एवं दूरस्थ शिक्षा केंद्र तथा सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड वर्चुअल लर्निंग, हैदराबाद विश्वविद्यालय दोनों समन्वय के साथ मिलकर पंचायती राज संस्थानों को मजबूत करने के साथ-साथ भारत की उन्नति के लिए भी कार्य करेंगे.

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दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों की स्वयं शिक्षण सामग्री एनआईआरडी और पीआर द्वारा तैयार एवं प्रसारित की जाएगी. इससे संबंधित अन्य शैक्षणिक मामलों में हैदराबाद विश्वविद्यालय भी शामिल होगा. संपर्क कक्षाएँ और सेमेस्टर समाप्ति परीक्षाएँ हैदराबाद विश्वविद्यालय, एनआईआरडी और पीआर और एनआईआरडी और पीआर से संबंधित देश भर में फैले हुए एसआईआरडी जैसे अन्य संस्थानों में आयोजित की जाएँगी.

इस समझौता ज्ञापन द्वारा 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 5.8 लाख गाँवों, 6000 मध्यवर्ती स्तरों (ब्लॉक / तालुक / समिति) और 550 से अधिक जिला पंचायतों में 30 लाख से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों और लगभग 30 लाख कार्यकर्ताओं को लाभ होगा. 6 लाख पीआरआई के निर्वाचित प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण ग्रामीण विकास, बुनियादी सेवाओं और स्थानीय सरकारों के कामकाज से संबंधित सभी पहलुओं पर होगा. यह क्षमता निर्माण कार्यक्रम ई-मॉड्यूल सहित विभिन्न मॉड्यूलों पर एनिमेटेड फिल्मों और सफलता की कहानियों के वीडियो के माध्यम से किया जाएगा.

व्यापक और अभिनव दृष्टिकोण से युक्त यह कार्यक्रम बापू के ‘ग्राम स्वराज’ के सपने को समझने तथा समयबद्ध तरीके से पंचायती राज संस्थानों के कर्मचारियों की क्षमता को व्यवस्थित और निरंतर बनाने में सक्षम होगा.