भारत सरकार की राजभाषा संबंधी नीतियों का पालन करने के लिए हैदराबाद विश्वविद्‌यालय में हर वर्ष सितंबर के माह में हिंदी पखवाड़ा आयोजित किया जाता है. इस अवधि के दौरान राजभाषा हिंदी से जुड़ी कई प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है. हैदराबाद विश्ववि‌द्‌यालय में इस वर्ष 3 सितंबर से 16 सितंबर तक हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. हिंदी पखवाड़े का उद्‌घाटन समारोह आज यहाँ बड़े हर्ष और उल्लास के साथ आयोजित किया गया.

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के फ्रेंच विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार उपस्थित थे. हैदराबाद विश्वविद्‌यालय के प्रति-कुलपति महोदय प्रो. बी. राज शेखर ने उद्‌घाटन समारोह की अध्यक्षता की. इस अवसर पर कुलसचिव महोदय श्री. पी. सरदार सिंह, उप कुलसचिव श्री. साई जवाहर, कंप्यूटर केंद्र के निदेशक डॉ. संजय कुमार शर्मा और जन संपर्क अधिकारी श्री. आशीष जेकब थॉमस समेत कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.

विधिवत्‌ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया. हिंदी अधिकारी डॉ. (श्रीमती) श्री ज्ञानमोटे ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया.

‘वैश्वीकरण के संदर्भ में भाषा और अनुवाद का महत्व’ विषय पर विशेष व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. संजय कुमार ने कहा कि हम लोग जाने-अनजाने हर समय अपने मस्तिष्क में अनुवाद करते रहते हैं. किसी अन्य भाषा से जुड़े परिवेश, संस्कृति और विचारों को जानने के लिए अनुवाद से बेहतर ज़रिया नहीं हो सकता. डॉ. कुमार ने कहा कि अनुवाद कठिन हो सकता है पर असंभव नहीं. आपने इस संबंध में अपने निजी अनुभवों के सबके साथ बाँटा और उदाहरण देकर अपनी बात को समझाया.

इस अवसर पर बात करते हुए प्रति-कुलपति महोदय प्रो. बी. राज शेखर ने कहा कि उन्हें भी अंग्रेजी से तेलुगु में अनुवाद का अनुभव है और प्रत्येक भाषा से अनुवाद की समस्याएँ अलग-अलग होती हैं. कुलसचिव महोदय श्री. पी. सरदार सिंह ने डॉ. संजय कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके व्याख्यान से अनुवाद की प्रक्रिया के बारे में सभी प्रशासनिक कर्मियों को ज्ञान प्राप्त हुआ और आशा है कि वे अपने प्रशासनिक काम-काज में इसका उपयोग करेंगे.