‘औषध-अन्वेषण और विकास की कार्यशाला-2022’ के मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थितों को संबोधित करते हुए हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रो. बी.जे. राव ने कहा कि यह 21 दिनों की शिक्षा का उत्सव है. आप न केवल नई विषयों की जानकारी प्राप्त करेंगे, अपितु नए सिरे से सोचने लगेंगे. वक्ताओं के बारे में उत्सुक मत बनिए, विचारों के बारे में उत्सुक रहें.

15 मार्च 2022 को साइन्स गुरु और हैदराबाद विश्वविद्यालय के सहयोग से फेडरेशन ऑफ एशियन बायोटेक एसोसिएशन (एफएबीए) द्वारा औषध अन्वेषण और विकास पर आयोजित 21 दिनों की वर्चुअल कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. प्रो. रेड्डन्ना (कार्यकारी अध्यक्ष, एफएबीए) ने स्वागत भाषण के साथ कार्यशाला का उद्घाटन किया, जिसके बाद डॉ. पी. रत्नाकर (महासचिव, एफएबीए) द्वारा एफएबीए और एफएबीए अकादमी का संक्षिप्त परिचय दिया गया. डॉ. जगत रेड्डी जुनुतुला (बोर्ड के अध्यक्ष, साइंस गुरु) ने प्रतिभागियों को पूरे पाठ्यक्रम के संरचना की जानकारी दी तथा इस बात पर जोर दिया कि औषध अन्वेषण, पूर्व नैदानिक विकास, ड्रग निर्माण और नैदानिक एवं नियामक पहलुओं की पूरी प्रक्रिया से प्रतिभागियों को अवगत कराने के लिए कार्यशाला के प्रत्येक घटक की संरचना सावधानी से की गई है. कुल मिलाकर देश एवं विदेश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के लगभग 40 संसाधन व्यक्ति भाग ले रहे हैं. कार्यशाला में न केवल भारत से बल्कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, ईरान और नाइजीरिया से शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के लगभग 80 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं.

इस वर्ष आयोजन समिति ने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुप्रयोगों में कैसे लागू किया जाए, इस पर छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए व्यावहारिक सत्रों को जोड़ा है. यह कार्यशाला एक सूचना प्रदायी संसाधन है जो औषध अन्वेषण और विकास में उभरती प्रवृत्तियों, बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में ज्ञान प्रदान करने और उद्योगों द्वारा औषध अन्वेषण और विकास में वित्त पोषण हासिल करने की प्रक्रिया में फार्मा और बायोटेक स्टार्ट-अप की सफलता की कहानियों पर प्रकाश डालेगी. ये पहलू छात्रों को इस उद्योग को समझने और इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.

डॉ. ए. बिंदु माधव रेड्डी, सहायक प्रोफेसर, जीव विज्ञान संकाय, हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा ज्ञापित धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यशाला का उद्घाटन समारोह का समापन हुआ.