हैदराबाद विश्वविद्यालय और प्रमुख कृषि अनुसंधान संस्थान कृषि अनुसंधान प्रबंधन राष्ट्रीय अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद के बीच का समझौता ज्ञापन (एमओयू) तीन साल की दूसरी अवधि के लिए नवीनीकृत किया गया. हैदराबाद विश्वविद्यालय के परिसर में 16 मार्च, 2017 को दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री. पी. सरदार सिंह ने और कृषि अनुसंधान प्रबंधन राष्ट्रीय अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद के कुलसचिव श्री. आशीष रॉय ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य है, शैक्षिक संस्थानों को प्रभावी ढंग से प्रशासित करने के लिए स्नातकों में प्रबंधकीय और शैक्षिक कौशलों को विकसित करना तथा उपयुक्त तकनीकों एवं अनुदेशात्मक रणनीतियों के उपयोग के साथ प्रस्ताव-आधारित अल्पावधि पाठ्यक्रम को प्रदान कर प्रशिक्षित शिक्षकों के रोजगार कौशलों में सुधार लाना.
तत्काल गतिविधियाँ: हैदराबाद विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान प्रबंधन राष्ट्रीय अकादमी
संयुक्त रूप से दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से निम्नलिखित पाठ्यक्रमों का आयोजन करेंगे:
क) कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडी-टीएमए)
ख) शिक्षा प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडी-ईटी)
ग) अन्य अल्पावधि ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का आयोजन
उपरोक्त पाठ्यक्रमों द्वारा खेतिहर पृष्ठभूमि से आए स्नातक भी अपने रोजगार कौशलों को विकसित कर अपने रोजगार अवसरों को बढ़ाने में सक्षम हो सकते हैं. इन पाठ्यक्रमों में अध्ययन करने वाले छात्र अपने व्यावहारिक सत्र के दौरान कृषि अनुसंधान प्रबंधन राष्ट्रीय अकादमी (एनएएआरएम) परिसर के विभिन्न शोध प्रयोगशालाओं द्वारा अपने कौशलों को विकसित करने का अवसर भी पाएँगे. कृषि क्षेत्र में कार्यरत कई कर्मचारी पहले से ही उपरोक्त कार्यक्रमों के लिए आवेदन कर चुके हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को कृषि प्रबंधन क्षेत्र से संबंधित एक अच्छी तरह से तैयार की गई अध्ययन सामग्री भी दी जाएगी. इसके लिए उन्हें हैदराबाद विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान प्रबंधन राष्ट्रीय अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद में अल्प काल अवधि के लिए आयोजित की जाने वाली संपर्क कक्षाओं में भाग लेना होगा. उनकी परीक्षाएँ सेमेस्टर-सह-अवधि के आधार पर यानी प्रत्येक छह महीने के बाद आयोजित की जाएँगी. इस एक वर्ष के पाठ्यक्रम को सफलता पूर्वक संपन्न करने वाले छात्रों को हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा डिप्लोमा प्रमाणपत्र प्राप्त दिए जाएँगे. इस पाठ्यक्रम के सफल छात्र भारतीय कृषि और अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) तथा अन्य राज्य कृषि संस्थानों द्वारा भर्ती किए जाने वाले पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं.