हैदराबाद विश्वविद्यालय में स्थित डीआरडीओ उत्कृष्टता केंद्र – उच्च ऊर्जा पदार्थ उन्नत शोध केंद्र (ACRHEM) को ‘Hydroxyl Terminated Polybutadiene (HTPB) based Polyurethanes’ नामक पेटेंट प्राप्त हुआ है. इसे पेटेंट के अन्वेषक प्रो. तुषार जना (रसायन विज्ञान संकाय और ACRHEM के सहायक संकाय) और उनके दो सहयोगी हैं: डॉ. बिकाश कुमार सिकदर (ACRHEM में पोस्ट डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यानुभव प्राप्त) और सुश्री मौमिता धारा (रसायन विज्ञान संकाय की पीएच.डी. छात्र).
हैड्रोक्सिल-टर्मिनेटेड पॉलिब्यूटेडिएन (HTPB), एक बहुपयोगी गाढ़ा द्रव पदार्थ है और इसका सबसे महत्वपूर्ण उपयोग सॉलिड रॉकेट प्रोपेलेंट (SRP) के रूप में होता है, जब वह ऑक्सिडायज़िंग एजेंट और अन्य पदार्थों को मिलाकर ठोस लेकिन लोचदार पदार्थ-समूह बन जाता है. वर्तमान आविष्कार HTPB के टर्मिनल छोर पर ऊर्जावान अणुओं (नाइट्रोजन बहुल अणुओं) की टेदरिंग की प्रक्रिया का वर्णन करता है. इस प्रक्रिया के कारण एक ऊर्जावान HTPB बनता है, जिसमें मूल HTPB से भी बेहतर गुण होते हैं. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था (ISRO), डीआरडीओ और विश्व की विविध अंतरिक्ष और रक्षा एजेंसियाँ सम्मिश्र प्रोपेलेंट प्रणालियाँ बनाने के लिए HTPB आधारित बाइंडर का इस्तेमाल करते हैं. अन्वेषकों को विश्वास है कि जिस बाइंडर को इस आविष्कार में वर्णित किया गया है, वह सॉलिड रॉकेट प्रोपेलेंट के निर्माण में परंपरागत रूप से प्रयुक्त HTPB बाइंडर की जगह ले सकता है. यह आविष्कार HTPB और विभिन्न आइसोसाइनेट्स से उच्च तन्यता गुणों के साथ पॉलीयुरेथेन (PU) की तैयारी के लिए एक सिंथेटिक पद्धति का भी वर्णन करता है. इससे एक विशिष्ट लोचदार पॉलीयुरेथेन (PU) रबड़ को बनाया जा सकता है, जिसका कई आधुनिक अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जा सकता है.