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हैदराबाद विश्वविद्यालय के सी.वी. रामन सभागार में मंगलवार 31 अगस्त, 2013 को प्रख्यात वृत्तचित्र फिल्म निर्माता संजय काक की नवीनतम पेशकश Red and Dream (लाल चींटी का सपना) नामक वृत्तचित्र प्रदर्शित किया गया था ।  प्रदर्शन से पहले फिल्म निर्माता के साथ दर्शकों की एक आकर्षक बातचीत हुई, जिसमें दर्शोंकों ने उनकी पिछली फ़िल्म जश्न ए आज़ादी (जो कश्मीर से संबंधित थी) और  प्रदर्शित होने वाली फ़िल्म पर अनेक सवाल    किए थे ।

एस.एन.स्कूल, कला एवं संचार विभाग द्वारा आयोजित इस फ़िल्म प्रदर्शन में संकाय सदस्य, छात्र एवं परिसर के फ़िल्मी प्रे्रमियों ने भाग लिया ।

लाल चींटी का सपना 2 घण्टे लम्बी राजनीति वृत्तात्मक वृत्तचित्र है, जिसमें राज्यों के खिलाफ़ युद्ध छेड़ने वालों से संबंधित है ।  फिल्म का अधिकांश भाग उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के माओवादियों के जीवन से जुड़ा है ।  इसके अतिरिक्त इस फ़िल्म में भारत में चल रहे  विभिन्न राष्ट्र विरोधी आंदोलनों तथा सेना द्वारा किए जा रहे आतंकवादी विरोधी उपायों को भी शामिल किया गया है ।

संजय काक ने यह बताया कि — मओवादी केवल एक अनामक विद्रोही ही नहीं होता बल्कि उसका अपना एक घर, परिवार तथा मानवीय गुणों से युक्त एक मनुष्य भी उसके अन्दर समाहित होता है ।  आगे उन्होंने कहा कि मणिपुर और पंजाब जौसे आंदोलनों से प्रेरणा ग्रहण कर फ़िल्म में दिलचस्प मोड़ों को जोड़ा है ।

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जब काक से पूछा गया कि — आप क्या इस प्रकार के आन्दोलनों में आस्था रखते हैं ?  तब उनका उत्तर था मैं अपनी फ़िल्म पर विश्वास करता हूँ ।  मेरे हृदय में इस प्रकार के प्रतिरोधी दीर्घकालीन आंदोलनों के बारे में सोच कर मायूसी छा जाती है ।

उनकी जश्न ए आज़ादी 2007, Word on Water (पानी पर शब्द) 2002 और One Weapon (एक हथियार) 1997 आदि फ़िल्में भी संवेदनशील राजनीतिक मुद्दों पर केंद्रित थीं ।  परिसर में काक इससे पहले 2008 में जश्न ए आज़ादी फ़िल्म प्रदर्शन के समय भी आ चुके थे ।  उन्होंने बताया कि – मुझे यहाँ आने में खुशी मिलती है क्योंकि मेरी फ़िल्मों को सहीं मायने से जानने वाले संवेदनशील और राजनीतिक रूप से जागुरूक दर्शक यहाँ मौजूद हैं ।

हैदराबाद विश्वविद्यालय के अतिरिक्त यह फ़िल्म हैदराबाद में Lamakaan, EFLU और सेंट फ्रांसिस कॉलेज में प्रदर्शित की गई है ।