फील्ड्स पदक को गणित का नोबेल पुरस्कार माना जाता है
डॉ. मंजुल भार्गव इस पदक को पाने वाले भारतीय मूल के प्रथम व्यक्ति हैं
हैदराबाद विश्वविद्यालय, गणित संकाय के संबद्ध प्रोफेसर डॉ. मंजुल भार्गव को इस वर्ष गणित का ‘नोबेल पुरस्कार’ कहलाने वाला प्रतिष्ठित फील्ड्स पदक प्रदान किया गया है. डॉ. भार्गव प्रिंसटन विश्वविद्यालय के गणितज्ञ हैं और इस पुरस्कार के 78 वर्ष के इतिहास में इसे पाने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं.
इंटरनॅशनल मैथेमेटिकल यूनियन (आई.एम.यू.) की हर चार वर्षों में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में 40 वर्ष से कम आयु के गणितज्ञों को ये फील्ड्स पदक (1 से 4) दिए जाते हैं. यह पदक वितरण कार्यक्रम सियोल में बुधवार को आयोजित आई.एम.यू. की अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में संपन्न होगा. (वर्ष 2010 में हैदराबाद वि.वि. ने इसे एच.आई.सी.सी. में आयोजित किया था.) है.वि.वि. के गणित संकायाध्यक्ष प्रो. एस. कुमरेशन एवं प्रो. टी. सुमन कुमार अंतर्राष्ट्रीय गणित कांग्रेस में भाग लेने के लिए इस समय सियोल में मौजूद हैं और इस ऐतिहासिक घटना के गवाह होंगे.
पहली बार किसी महिला को गणित के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाज़ा गया है. कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड वि.वि. में गणित की प्रोफेसर मरयम मिर्ज़ाखनी को फील्ड्स पदक की प्रथम महिला प्राप्तकर्ता होने का गौरव मिला है. अन्य विजेता – वॉरविक वि.वि., यू.के के ऑस्ट्रियन मूल के मार्टिन हेयरर, पैरिस के जसिय गणित संस्थान के ब्राज़िलियन-फ्रेंच अनुसंधाता आर्तर अविला. अविला यह पदक पाने वाले प्रथम ब्राज़िलियन और लैटिन अमेरिकी व्यक्ति हैं.