इम्यूनोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्टता और अत्याधुनिक अनुसंधान प्रकाशन के लिए ख्यात अंतरराष्ट्रीय जर्नल ‘फ्रंटियर्स इन इम्यूनोलॉजी’ में हैदराबाद विश्वविद्यालय, जीव विज्ञान संकाय के डीएसटी रामानुजन फेलो डॉ. हृदयेश प्रकाश ने नए शोध विषय (ISSN: 1664-3224) के लिए 5.6 प्रभाव कारक के साथ योगदान किया.
डॉ. प्रकाश फेफड़ों के संक्रमण (क्रोनिक / लगातार) तथा प्रतिरक्षा, और प्रतिरक्षा चिकित्सा की विशेषज्ञता को अपने नए शोध विषय ‘Sphingolipids / PUFA और रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (ISSN: 1664-3224) को पेश करने में सफल रहे.
डॉ. प्रकाश ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय और पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के साथ इस नए शोध विषय के लिए ‘फ्रंटियर्स इन इम्यूनोलॉजी’ जर्नल में संपादक की भूमिका निभाई.
यह शोध विषय फेफड़ों से संबंधित विकार जैसे सीओपीडी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस तीव्र, तथा क्रोनिक श्वसन तंत्र के संक्रमण और संबंधित अन्य बीमारियों पर कार्य कर रहे पेशेवरों एवं वैज्ञानिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
इस संदर्भ में डॉ. हृदयेश प्रकाश पत्रिका की ओर से और विषय संपादक के रूप में विश्वविद्यालय समुदाय को संबंधित क्षेत्र से जुड़े प्रासंगिक अनुसंधानों एवं अत्याधुनिक शोधों को पत्रिका में सक्रिय भागीदारी के साथ प्रकाशित करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं.
संबंधित शोध- पत्रों को पहुँचाने की अंतिम तिथि नवंबर, 2016 है.
संबंधित शोध विषय के लिए नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से पहुँच सकते हैं –
http://journal.frontiersin.org/researchtopic/4606/sphingolipids-pufa-and-respiratory-syndrome