2017 में 7 वें स्थान और 2018 में 5 वें स्थान से 2019 में 4 वें स्थान पर पहुँच गया है, जो किसी भी संस्थान के लिए नहीं हुआ है.

वर्ष 2019 के लिए हैदराबाद विश्वविद्यालय को भारत रैंकिंग के अनुसार एक बार फिर भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में स्थान दिया गया है. शोध-सुविधाओं से लेकर, स्नातकों के प्लेसमेंट के लिए अकादमिक उत्कृष्टता तक के मापदंडों का उपयोग करते हुए भारत सरकार द्वारा यह सर्वे किया गया था. भारत रैंकिंग-2019 राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) के अधीन किया गया था, जिसमें कि 20 मापदंडों को लेकर करीब 5000 संस्थानों का सर्वेक्षण किया गया था.

भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री. राम नाथ कोविंद ने रैंकिंग की घोषणा की और 8 अप्रैल, 2019 को विज्ञान भवन में आयोजित एक शानदार समारोह में शीर्ष-संस्थानों को रैंक प्रमाण-पत्र प्रदान किया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी की गई रैंकिंग के अनुसार है.वि.वि. को सभी विश्वविद्यालयों में से चौथा स्थान और देश के सभी संस्थानों में 11वाँ स्थान प्रदान किया गया है. वर्ष 2018 में, है.वि.वि. को विश्वविद्यालयों में से 5वाँ स्थान और सभी संस्थानों के बीच 11वाँ स्थान मिला था, जब कि वर्ष 2017 में सभी विश्वविद्यालयों में यह 7वें और 14वें स्थान पर रहा.

राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) देश की संस्थाओं को रैंक प्रदान करने के लिए एक कार्यप्रणाली की रूपरेखा तैयार करता है. मा.सं.वि.मं (MHRD) द्वारा स्थापित कोर कमेटी द्वारा की गई सिफारिशों के अनुसार विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग के लिए व्यापक मापदंडों की कार्यप्रणाली तैयारी की जाती हैं. मापदंडों में ‘शिक्षा, शिक्षण और संसाधन,’ ‘अनुसंधान और व्यावसायिक व्यवहार’, ‘स्नातक परिणाम’, ‘आउटरीच एवं समावेशी और धारणा’ इत्यादि शामिल होते हैं.

इस सम्मान का सारा श्रेय विश्वविद्यालय के हितधारकों को देते हुए, कुलपति महोदय प्रो. अप्पा राव पोदिले ने कहा, “हमें इस साल अपनी रैंकिंग में सुधार होने और देश के शीर्ष 4 विश्वविद्यालयों में शामिल होने पर खुशी है. विश्वविद्यालय ने इस श्रेणी में रैंक को उन्न्त किया है. (हम वर्ष 2017 में सातवें, 2018 में पाँचवें स्थान पर थे और अब चौथे स्थान पर हैं) लेकिन हमें और कड़ी मेहनत करनी होगी. यूओएच अपने प्रयास को बढ़ाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसे न केवल भारत में एक शीर्ष संस्थान के रूप में बल्कि इसके शिक्षण और शोध की गुणवत्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त हो. हमें खुशी है कि हमारे शिक्षकों, छात्रों, अधिकारियों और शिक्षणेतर कर्मचारियों के साथ-साथ पूर्व-छात्रों ने विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हमारा उद्देश्य उत्कृष्ट छात्रों को तैयार करने के लिए शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ाना है, जो हमारे देश के आदर्श नागरिक बन सकें और इस प्रक्रिया में दुनिया की अर्थव्यवस्था में भी ज्ञान का योगदान दे सकें.” प्रो. पोदिले ने यह भी कहा कि “हैदराबाद विश्वविद्यालय सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली और अपने छात्रों के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि के रूप में रैंकिंग में उन्नति को देखता है. राष्ट्रीय जरूरतों और वैश्विक मानकों के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं.”

प्रो. अप्पा राव ने कुछ साल पहले उन क्षेत्रों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने के लिए एक समिति का गठन किया था जहाँ विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों रैंकिंग में बेहतर स्थिति हासिल करने के लिए सुधार करना है. कथित तौर पर क्यूएस विश्व रैंकिंग 2019 में, 2018 में प्राप्त 601-650 रैंक की तुलना में यूओएच ने भी 591-600 रैंक प्राप्त करने में सफल रहा है.