हैदराबाद विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग ने 3 जून, 2016 को विभाजन की प्रक्रिया के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के उद्देश्य से एक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था विभाजन की प्रक्रिया के विभिन्न मुद्दों को आम जनता के लिए उपलब्ध कराना.
इस संदर्भ में सलाहकार समिति ने निम्नलिखित पहलुओं पर चर्चा की:
· निर्धारित अवधि के दौरान प्रयोजनात्मक आवश्यक दस्तावेजों को पहचानकर उनका संग्रह करना
· डेटा संग्रह के लिए आवश्यक तरीकों एवं स्त्रोतों की पहचान करना
· डिजिटल रूप में दस्तावेजों के संरक्षण की लागत का अनुमान लगाना
· संग्रह की गई सामग्री को वेबसाइट में रखने के लिए विभाग बनाने की संभावनाओं पर चर्चा
· निधिकरण हेतु एजेंसियों से संपर्क करने की संभावनाओं पर चर्चा
इस बैठक में विख्यात शिक्षाविद्, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकारों ने भाग लिया. हैदराबाद विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो. हरगोपाल ने इस सत्र की अध्यक्षता की. इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जी. सुदर्शनम और प्रो. आई. राम ब्रह्मम ने आनेवाली पीढ़ियों के लिए पूरे विभाजन की प्रक्रिया का डिजिटलीकरण करने की आवश्यकता को पर बल दिया.
आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति चंद्र कुमार; लोकसभा संसद सदस्य श्री. कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी; लोकसभा संसद सदस्य श्री. बूरा नरसय्या गौड़; प्रोफेसर जी. कृष्ण रेड्डी, आईसीएसएसआर एसआरसी मानद निदेशक, उस्मानिया विश्वविद्यालय; प्रोफेसर एम. कोदंडराम सेवानिवृत्त प्रोफेसर और अध्यक्ष जेएसी, तेलंगाना; प्रोफेसर अडपा सत्यनारायण इतिहास विभाग, उस्मानिया विश्वविद्यालय एवं सलाहकार टीएसपीएससी; प्रो. वी. कृष्णा हिंदी विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय; प्रो. वसंती श्रीनिवासन प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय; डॉ. पी. रामुलू, एसोसिएट प्रोफेसर, तेलुगु विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय; डॉ. ई. वेंकटेसु सहायक प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय और डॉ. जगन्नाथ, सहायक प्रोफेसर, गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय आदि के साथ शोध छात्र गौड़ किरण कुमार और अरुण केतन ने भी इस बैठक में भाग लिया.