भारतीय सिविल सेवा परीक्षा 2012 में 134 वाँ रैंक हॉसिल करनेवाले वासुदेव रवि ने कहा कि — हैदराबाद विश्वविद्यालय के एकीकृत पाठ्यक्रम के अंतर्गत मन चाहा अंत: विषय चयन करने की संकल्पना ने मुझे यहाँ तक पहुँचने में बहुत मदद की । हैदराबाद विश्वविद्यालय एकीकृत पाठ्यक्रम अर्थशास्त्र, पहले बौच के छात्र केरल के त्रिचूर निवासी, वासुदेव 2011 में उत्तीर्ण हुए और सिविल की परीक्षा की तौयारी में जुट गए ।
सिविल सेवा एक महान बृहदकार्य है, जिसके द्वारा हम इस महान देश की प्रगति में भागीदार बन सकते हैं । सिविल सेवा के द्वारा हम अनेक ऐसे क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं, जिसके द्वारा समाज का कल्याण हो सकता है । जौसे स्वास्थ्य, शिक्षा आदि । वासुदेव ने कहा कि सिविल सेवा द्वारा जनता की सेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है ।
वासुदेव हैदराबाद विश्वविद्यालय में Sub-chapter of SPIC MACAY से जुड़े रहे । वे गत कई वर्षों से देशाटन कर रहे हैं । वे भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और अन्य कला क्षेत्रों में अपनी गहरी रुचि रखते हैं ।
हैदराबाद विश्वविद्यालय हेराल्ड उनके अपने भावी बृहत कार्य की मंगल कामना करता है ।
वासुदेव रवि से सम्पर्क करनें के लिए — MBL 9020066221 या ईमेल vasy0203@gmail.com से जुड़ें ।