डॉ. कंचन के. मलिक (एसोसिएट प्रोफेसर, संचार विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय) को प्रो. शकुंतला राव, संचार अध्ययन विभाग की अध्यक्षा, न्यूयॉर्क राज्य विश्वविद्यालय (एसयूएनवाई) प्लैट्सबर्ग, अमेरीका के साथ मिलकर नृवंशविज्ञान के मीडिया एथिक्स पर शैक्षिक पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए पब्लिक अफेयर्स अनुभाग, अमेरीकी कांसुलेट जनरल द्वारा अनुदान दिया गया है.
इस परियोजना के पहले चरण में डॉ. कंचन के. मलिक अपना निर्देशित कार्य अर्थात पाठ्यक्रम का मसौदा तैयार करने के लिए एसयूएनवाई, प्लैट्सबर्ग, अमेरीका को जून, 2016 में रवाना होंगी. इसी परियोजना के दूसरे चरण में प्रो शकुंतला राव डॉ. कंचन के. मलिक के साथ मिलकर संचार विभाग, हैदराबाद विश्वविद्यालय में कार्य करने के लिए हैदराबाद आएँगी. इस अनुदान द्वारा अपनी अनुसंधान परियोजना के तहत वे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के मीडिया प्रतिनिधियों के साथ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करेंगी और पत्रकार प्रतिनिधियों के साथ पत्रकारिता में नैतिकता नामक विषय पर चर्चा-गोष्ठियों का आयोजन भी करेंगी.
डॉ. कंचन के. मलिक ने हैदराबाद विश्वविद्यालय से कम्युनिकेशन में अपनी पीएचडी की. आपने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अर्थशास्त्र और जनसंचार दोनों विषयों में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की. अकादमिक क्षेत्र में अपना कैरियर आरंभ करने से पूर्व आपने ‘द इकोनॉमिक टाइम्स’ में दो वर्षों के लिए पत्रकार के रूप में कार्य किया. आपने 9 साल तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में एक नियमित संकाय सदस्य के रूप में स्नातकोत्तर पत्रकारिता और जनसंचार पाठ्यक्रमों को पढ़ाया. जमीनी स्तर पर सशक्तीकरण में मीडिया की भूमिका पर कई शोध-पत्र प्रस्तुत किए. आप मीडिया सामग्री विकास समिति तथा बैर्राजू फाउंडेशन की सलाहकार थीं. आपने बर्मिंघम विश्वविद्यालय की परियोजना –‘धर्म, नैतिकता और भ्रष्टाचार के प्रति नजरिए’ के लिए भी कार्य किया. इसके अतिरिक्त आपने प्रिंट पत्रकारिता; सामुदायिक मीडिया; लिंग मीडिया और विकास; मीडिया कानून और नीतिशास्त्र आदि विषयों पर भी कार्य किया. आपने प्रो. विनोद पावराला के साथ मिलकर सेज पब्लिकेशन द्वारा (अगस्त 2007 में) ‘अदर वॉइसेस: द स्ट्रगल फॉर कम्युनिटी रेडियो इन इंडिया’ नामक शीर्षक से अपनी पुस्तक प्रकाशित की. आप भारत के सामुदायिक रेडियो फोरम की एक सक्रिय सदस्या तथा सामुदायिक मीडिया की यूनेस्को की सभापीठ भी हैं. एशिया यूनेस्को राष्ट्रमंडल शैक्षिक मीडिया केंद्र की साझेदारी में निकलने वाले सीआर न्यूज- ई-समाचार पत्र की सहयोगी संपादक भी हैं.