हैदराबाद विश्वविद्यालय, मानविकी संकाय, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रमोद के. नायर की पुस्तक ‘दि ब्रिटिश राज: कीवर्ड्स’ का हाल ही में रूटलेज द्वारा प्रकाशन किया गया.
दो सौ वर्ष तक भारत ब्रिटिश शाही ताज का नगीना रहा. भारत के शासन काल अर्थात् राज में ऐसे कई शब्दों का प्रयोग होता था, जिनका शाही शब्दकोश में विशिष्ट अर्थ था. इस पुस्तक में ऐसे ही शब्दों और पदों का संग्रह है, जिन्हें ब्रिटिश इस उपमहाद्वीप को परिभाषित करने के लिए या उसे समझने के लिए प्रयोग किया करते थे. राज की संस्कृति को विविध पदों, अवधारणाओं एवं नामों के माध्यम से समझने का प्रयास किया गया है. किसी ज्ञानक्षेत्र से संबंधित ऐसे शब्दों पर महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ प्रस्तुत की गई हैं, जिससे न केवल उनका भाषाई रूप प्रकट हो, बल्कि उनका सांस्कृतिक, राजनीतिक महत्व भी रेखांकित हो.
यह पुस्तक औपनिवेशिक सिद्धांत साहित्यिक एवं सांस्कृतिक लेख भी प्रस्तुत करती है जहाँ पर एंग्लो-इंडियन बोलचाल की भाषा, पद एवं शासकीय शब्दजाल पाया जाता है. इस कार्य में इतिहास, भाषा, साहित्य, उपनिवेशवाद, सांस्कृतिक अध्ययन, साम्राज्यवाद और ब्रिटिश राज तथा दक्षिण एशियाई अध्ययन के छात्रों की अवश्य ही रुचि होगी.
डॉ. नायर लिटररी थियरी, दि इंग्लिश रोमँटिक्स, पोस्टकोलोनियल लिटरेचर और कल्चरल स्टडीज़ से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं. भारत पर इंग्लिश औपनिवेशिक लेख, मानव अधिकार एवं सांस्कृतिक अध्ययन आदि क्षेत्रों में आपको रुचि है और इन विषयों पर आपके नाम कई प्रकाशन हैं. कई अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में आपके लेखन को स्थान मिला है.