हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अप्पा राव पोदिले; कुल सचिव श्री पी. सरदार सिंह; मानविकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. पंचानन मोहंती सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में 5 अप्रैल, 2017 को बाबू जगजीवन राम जी की 109 वीं जयंती के शुभ अवसर पर पुष्प माला पहनाकर पुष्पों से श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर प्रोफेसर अप्पा राव ने कहा, “बाबू जगजीवन राम जी न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे बल्कि एक समाज सुधारक भी थे.” उन्होंने बताया कि आपने अपने जीवन पर्यंत मानव गरिमा में पूर्ण आस्था रखते हुए व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर बल दिया. आगे प्रो. अप्पा राव ने कहा कि उनके जन्मदिवस को ‘समता दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है, क्योंकि वे समाज में समानता लाने में विश्वास रखते थे.
इस संदर्भ में प्रो. पंचानन मोहंती और डॉ. रामदास रूपावत ने समाज के लिए बाबू जगजीवन राम जी के योगदान को स्मरण करते हुए बताया कि बाबू जगजीवन राम ने देश के दलितों एवं सामाजिक रूप से पिछड़े समुदाय के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किया.
भारत की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार में बाबू जगजीवन राम एक दलित उप प्रधान मंत्री थे. सामाजिक न्याय के लिए आपके द्वारा किए गए संघर्ष के कारण आपका नाम आज भी सम्मान के साथ लिया जाता है. अपने राजनीतिक जीवन में बाबूजी चार दशक से भी अधिक समय के लिए रक्षा, कृषि, सिंचाई और रेलवे आदि मंत्रालयों के मंत्री रह चुके थे. आपने 1971 के उस युद्ध के दौरान भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान का विभाजन और बांग्लादेश का जन्म हुआ.