विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती अरुणा रॉय को हैदराबाद विश्वविद्यालय गुरुवार, 9 जनवरी 2014 दोपहर 3:30 बजे डीएसटी सभागार में आयोजित समारोह में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करेगा. इस कार्यक्रम के उपरांत श्रीमती रॉय ‘लोकतांत्रिक शासन – एक समकालीन विमर्श’ (Democratic Governance – A Contemporary Discourse)विषयक विशिष्ट व्याख्यान प्रस्तुत करेंगी.
श्रीमती अरुणा रॉय का जन्म 26 जून 1946 को हुआ. उन्होंने ‘मज़दूर किसान शक्ति संगठन’ की स्थापना की. आप सूचना का अधिकार के राष्ट्रीय अभियान की प्रमुख नेता के रूप में जानी जाती हैं, जिसके चलते वर्ष 2005 में सूचना का अधिकार साकार हो पाया. आप राष्ट्रीय सलाहकार परिषद् की सदस्या भी हैं.
अरुणाजी 1968 से 1974 तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रशासन कर्मचारी के रूप में कार्य कर चुकी हैं. उन्होंने सामाजिक एवं राजनीतिक अभियानों को अधिक समय देने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी.अपने जीवन को सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित करने के उद्देश्य से वे ‘दि सोशल वर्क एंड रिसर्च सेण्टर’ (एसडब्ल्यूआरसी) तिलोनिया,राजस्थान में शामिल हुईं.
आपको वर्ष 2000 में सामुदायिक नेतृत्व के लिए रेमन मैगसेसे पुरस्कार और वर्ष2010में लोक प्रशासन,शिक्षा और प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.