राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) ने अपने मूल्यांकन में हैदराबाद विश्वविद्यालय को फिर से शीर्ष ग्रेड ‘ए’ के साथ मान्यता प्रदान की.

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मूल्यांकन एवं प्रत्यायन को मूलतः किसी भी शैक्षिक संस्था की ‘गुणवत्ता की स्थिति’ को समझने के लिए प्रयोग किया जाता है. वास्तव में यह मूल्यांकन यह निर्धारित करता है कि कोई भी शैक्षिक संस्था या विश्वविद्‌यालय प्रमाणन एजेंसी के द्‌वारा निर्धारित गुणवत्ता के मानकों को

किस स्तर तक पूरा कर रहा है. यह मानदंड निम्न प्रकार हैं – शैक्षिक प्रक्रियाओं में संस्था का प्रदर्शन, पाठ्यक्रम चयन एवं कार्यान्वयन, शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन तथा छात्रों के परिणाम, संकाय सदस्यों का अनुसंधान कार्य एवं प्रकाशन, बुनियादी सुविधाएँ तथा संसाधनों की स्थिति, संगठन, प्रशासन व्यवस्था, आर्थिक स्थिति तथा छात्र सेवाएँ इत्यादि.

हैदराबाद विश्वविद्‌यालय लगातार तीसरी बार ‘ए’ शीर्ष ग्रेड पाया है. इस बार हैदराबाद विश्वविद्‌यालय ने 4 में से 3.72 (सीजीपीए) अंक पाए हैं. यह अंक हैदराबाद विश्वविद्यालय

की उच्च शैक्षिक स्थिति को दर्शाता है.

8-11 जनवरी 2014 के दौरान निरीक्षण के लिए आई राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) की टीम का नेतृत्व प्रो. एस.पी. त्यागराजन ने किया था.