भारत सरकार की राजभाषा संबंधी नीतियों का पालन करने के लिए हैदराबाद विश्वविद्यालय में सितंबर के माह में हिंदी पखवाड़ा आयोजित किया जाता है. हैदराबाद विश्वविद्यालयमें इस वर्ष 1 सितंबर से 14 सितंबर तक हिंदी पखवाड़ा मनाया गया. इस अवधि के दौरान राजभाषा हिंदी से जुड़ी कई गतिविधियों का आयोजन किया गया.
पखवाड़े का शुभारंभ एक तकनीकी कार्यशाला के आयोजन के साथ हुआ, जिसमें जाने-माने तकनीकविद् श्री. बालेन्दु शर्मा दाधीच ने प्रतिभागियों को संबोधित किया. श्री. दाधीच इस वर्ष हैदराबाद विश्वविद्यालय के हिंदी पखवाड़े के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि भी थे. हैदराबाद विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय के अध्यक्ष प्रो. पंचानन मोहंती ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की. इस समय हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आर.एस. सर्राजू, उप कुलसचिव महोदय श्री. के. साई जवाहर भी उपस्थित थे. हिंदी अधिकारी डॉ. (श्रीमती) श्री ज्ञानमोटे ने कार्यक्रम का संचालन किया.
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में कुल 07 प्रतियोगिताएँ विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी वर्ग एवं छात्रों के लिए आयोजित की गईं, जैसे – सृजनात्मक लेखन, अनुवाद, स्मरण, प्रश्नमंच, अंताक्षरी और गीत-गायन प्रतियोगिता शामिल हैं. इन प्रतियोगिताओं में सभी ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और कुल 58 लोगों ने पुरस्कार जीते.
12 सितंबर को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित विशाल डी.एस.टी. सभागार में एक ‘सांस्कृतिक संध्या’ का आयोजन किया गया. इसमें विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों प्रो. राजीव वणकर एवं डॉ. एम.एस. शिव राजू ने सदाबहार हिंदी-तेलुगु गीत सुनाए, जिससे श्रोता झूम उठे. आगे हिंदी तथा दलित एवं आदिवासी अध्ययन और अनुवाद केन्द्र के छात्रों ने हरिशंकर परसाई की कहानी पर आधारित नाटक ‘एक और भोलाराम…’ प्रस्तुत किया. शासन की व्यवस्था पर कटाक्ष करने वाले इस नाटक को सभी ने सराहा.
14 सितंबर को हिंदी पखवाड़े का समापन ‘हिंदी दिवस’ के रूप में मनाया गया. केन्द्रीय हिंदी संस्थान के हैदराबाद केन्द्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनीता गांगुली इस समारोह की मुख्य अतिथि थीं. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अप्पा राव पोदिले और हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आर.एस. सर्राजू भी उपस्थित थे. हिंदी प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विजेताओं को इस अवसर पर प्रमाणपत्र एवं नकद पुरस्कार वितरित किए गए.
इस प्रकार वर्ष 2016 का हिंदी पखवाड़ा हैदराबादविश्वविद्यालय में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया. राजभाषा हिंदी कक्ष में सेवारत श्री. जे.जे. प्रसन्न सिंह, हिंदी अनुवादक, श्री. ए. जीवन, हिंदी शिक्षक, श्री. एस. अरुण कुमार, हिंदी टंकक एवं श्री. टी. श्रीनिवास राव ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया.